Kashi ka News विश्व क्षत्रिय महासभा द्वारा दो दिवसीय सम्मेलन में कई प्रांतों से चार सौ प्रतिनिधि होंगे शामिल- डॉ अशोक सिंह

विश्व क्षत्रिय महासभा द्वारा दो दिवसीय सम्मेलन में कई प्रांतों से चार सौ प्रतिनिधि होंगे शामिल- डॉ अशोक सिंह

ब्यूरो आनन्द सिंह अन्ना 
वाराणसी। दिनांक 25 अक्टूबर, विश्व क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में आगामी 28 एवं 29 अक्टूबर को दो दिवसीय क्षत्रिय समागम जीवनदीप शिक्षण समूह परिसर, बड़ा लालपुर (चांदमारी) वाराणसी में आयोजित किया गया है जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से लगभग चार सौ प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। 
उक्त जानकारी देते हुए विश्व क्षत्रिय महासभा के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि देश के विभिन्न क्षत्रिय संगठनों के लगभग दो सौ पदाधिकारियों के अलावा आसपास के जिलों से करीब तीन-चार सौ सदस्य शामिल हो रहे हैं। 
उन्होंने आगे बताया कि जिन विशिष्ठ महानुभावों के आने की स्वीकृति मिल चुकी है उनमें प्रमुख रूप से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, वीरेंद्र सिंह मस्त (सांसद), जगदम्बिका पाल (सांसद), बृजभूषण सिंह (सांसद), नीरज शेखर, कृपाशंकर सिंह (पूर्व गृहमंत्री, महाराष्ट्र) आनन्द मोहन सिंह (पूर्व सांसद), श्रीमती लवली सिंह (पूर्व सांसद), जयवीर सिंह (मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार) दयाशंकर सिंह (मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार), बृजेश सिंह, पंजाब सिंह (पूर्व कुलपति काशी हिंदू विश्वविद्यालय) दुर्ग सिंह चौहान, हरिकेश बहादुर सिंह, प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह सहित कई मंत्री, सांसद, पूर्व विधानसभा एवं विधान परिषद सदस्य, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष, वर्तमान विधानसभा एवं विधान परिषद सदस्य शामिल होंगे।
डॉ अशोक कुमार सिंह ने आगे बताया कि उक्त क्षत्रिय समागम में क्षत्रिय महासभा, विश्व क्षत्रिय महासभा, आल इंडिया क्षत्रिय फेडरेशन, राष्ट्रीय करणी सेना, अ. भा. क्षत्रिय महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, पश्चिम बंगाल के विभिन्न संगठनों के लोग, झारखंड क्षत्रिय समाज, राष्ट्रीय क्षत्रिय जनसंसद, मध्य प्रदेश के क्षत्रिय संगठनों की भागीदारी होगी। 
श्री सिंह ने कहा कि क्षत्रिय समागम समारोह का उद्घाटन 28 अक्टूबर को पूर्वाह 11 बजे (ग्यारह बजे पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजा अमेठी संजय सिंह करेंगे। 
1- शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण (मेधावी एवं गरीब छात्रों के लिए) (i) क्षत्रिय बन्धुओं द्वारा चलाए जा रहे शिक्षण संस्थानों में ट्यूशन फीस में छूट एवं लड़कियों के लिए निशुल्क शिक्षा के लिए सीट आरक्षित करना।(ii) मेधावी छात्र / छात्राओं के लिए कोचिंग एवं अनुदान की व्यवस्था करना।
(ii) शिक्षण संस्थानों में कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए स्किल डेवलपमेंट की व्यवस्था करना। (iv) पुलिस, पैरामिलिट्री एवं सेनाओं सहित अन्य दलों में नौकरी के लिए शिक्षा एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था। (v) यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन एवं प्रादेशिक सर्विस कमीशन की तैयारी कर रहे छात्र/छात्राओं को प्रवेश की सुविधा एवं अनुदान की व्यवस्था । (vi) क्षत्रिय । समुदाय द्वारा किए जा रहे कार्यों में उनको समायोजित करना। (vii) क्षत्रिय समुदाय द्वारा समाज के जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करना। (viii) शासन-प्रशासन द्वारा प्रताड़ित राजपूत परिवार को सहयोग करना (ix) क्षत्रिय भवन की स्थापना (x) समाज के लोगों के बीच किसी भी प्रकार के विवाद को समाज के पदाधिकारी बैठकर सुलझाने को प्राथमिकता देंगे जिससे कोई भी विवाद न्यायालय तक न पहुंचे। दहेज रहित विवाह को प्रोत्साहन (i) आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सामूहिक विवाह की व्यवस्था (ii) विधवा विवाह को प्रोत्साहन (ii) निराश्रित महिलाओं के लिए रोजगार प्रशिक्षण की व्यवस्था (iv) महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण देने की व्यवस्था
3- स्वास्थ्य संबंधी सलाह
(i) समाज के डाक्टरों द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को यथासंभव चिकित्सा सुविधा प्रदान करना (ii) आउटडोर एवं कंसल्टेन्सी में २० प्रतिशत एवं भर्ती मरीजों को १० प्रतिशत की छूट देना। (iii) समाज के मरीजों की प्राथमिकता के स्तर पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करना।