Kashi ka News. इस्कान मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन।

इस्कान मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना

वाराणसी। दिनांक 32 अगस्त, इस्कान वाराणसी गर्व के साथ जन्माष्टमी 2024 के भव्य उत्सव की घोषणा करता है, यह भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य प्राकट्य का दिन है जो इस्कान मंदिर दुर्गाकुंड में धूमधाम से मनाया जाएगा। यह महोत्सव कई दिनों तक चलेगा, जिसमें आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला होगी जो भक्तों और व्यापक समुदाय को इस पावन अवसर पर एकत्रित करेंगी। उक्त जानकारी आज रसिक गोविंद दास, मुरारी गुप्त दास व राम केशव दास ने प्रेसवार्ता के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि आयोजन समिति में अच्युत मोहन दास (अध्यक्ष), साक्षी मुरारी दास, रसिक गोविंद दास, मुरारी गुप्त दास, धवल कृष्ण दास है।

उन्होंने बताया कि कृष्ण लीला कथा प्रवचन (20 से 26 अगस्त, सुबह 7:30 बजे से 10:00 बजे तक): अपनी सुबह की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की दिव्यकथा और व्याख्या के साथ करें। यह ज्ञानवर्धक सत्र श्रीमान अच्युत मोहन दास और श्रीमान सुदामा दास द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, जो भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और शिक्षाओं में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा। प्रवचन के बाद सभी भक्तों को प्रसादम वितरित किया जाएगा। कीर्तन सांस्कृतिक कार्यक्रम (25 और 26 अगस्त, शाम 6:00 बजे से रात 11:00 बजे तक, भक्ति संगीत और नृत्यप्रदर्शन से भरी एक शाम का आनंद आईआईटी बीएचयू के पूर्व छात्रों के द्वारा स्थापित विश्वधा बैंड द्वारा कीर्तन और भजन प्रस्तुत किए जाएंगे। वाराणसी के विभिन्न विद्यालयों के छात्र भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और शिक्षाओं से प्रेरित नृत्य प्रदर्शन प्रस्तुत करेंगे, जिससे एक जीवंत और आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण होगा। कलश महा-अभिषेक और आरती (26 अगस्त, रात 10:00 बजे से 12:30 बजे तक, भगवान श्रीकृष्ण का भव्य अभिषेक देखिए, जिसमें 51 प्रकार की वस्तुओं, जिनमें विभिन्न प्रकार के फूल शामिल होंगे, का उपयोग किया जाएगा। इस दिव्य अनुष्ठान के बाद आरती होगी, जिसमें भक्त इस पवित्र पूजा में भाग ले सकते हैं। नंदोत्सव (27 अगस्त, सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक, उत्सव जारी रहेगा श्रील प्रभुपाद कथा, कीर्तन और भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य बाल्यकाल के सम्मान में एक महाअभिषेक के साथ यह कार्यक्रम 108 प्रकार के महाभोग की भव्य भेंट के साथ समाप्त होगा, जिसके बाद दोपहर 12:30 बजे से सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा।

इस जन्माष्टमी पर, इस्कॉन वाराणसी आपको इस दिव्य वातावरण में डूबने और भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के सम्मान में आयोजित होने वाले उत्सवों में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है। यह महोत्सव सभी के लिए खुला है, और इस्कॉन वाराणसी सभी को इन आध्यात्मिक रूप से उत्थानकारी कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए सादर आमंत्रित करता है।