महात्मा गांधी के पुण्यतिथि पर निकाली गई "स्वास्थ्य रक्षा के लिए संकल्प यात्रा।
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 30 जनवरी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्यतिथि के दिन मानवाधिकार जननिगरानी समिति, पीपल, अखिलवंशीय भारतीय ब्राह्मण महासभा, संस्कृति भारती, जन जाग्रति चैरिटेबल ट्रस्ट और नागर समाज के संयुक्त तत्वाधान में आज टाउनहॉल सिथत गांधी पार्क में "स्वास्थ्य रक्षा के लिए संकल्प यात्रा" का आयोजनकिया गया।
उक्त अवसर पर मानवाधिकार जननिगरानी समिति के संस्थापक और संयोजक लेनिन रघुवंशी ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (NFHS-5) के नवीनतम आंकड़ों को रखते हुए बताया कि चेतावनी वाला FOPL लाने के लिये हम लोग लगातार विभिन्न हितधारको को इस मुद्दे से अवगत कराया| अभी तक 12 संसद सदस्य और 3 विधायक ने समर्थन पत्र स्वास्थ्य मंत्री को लिखा| तक़रीबन 4835 ने भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण को पत्र लिखकर इंडियन न्यूट्रीशन रेटिंग (स्टार रेटिंग) की जगह चेतावनी वाली फ्रंट ऑफ़ पैकेज लेबेल्लिंग के लिये लिखा| राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (NFHS-5) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार
• पांच साल की उम्र तक के बच्चों में मोटापा बढ़ा है और 33 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में मोटे बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है|
• न केवल बच्चों बल्कि महिलाओं और पुरुषों में भी मोटापा बढ़ा है|
• मोटापे की शिकार महिलाओं की संख्या 20.6 प्रतिशत से बढ़कर 24 प्रतिशत हो गयी है जबकि पुरुषों में यह संख्या 18.9 प्रतिशत से बढ़कर 22.9 प्रतिशत हो गयी है| यह अनुपात शहरी क्षेत्रों में ज्यादा यानी 33.7 फीसदी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 19.7 फीसदी है। एनएफएचएस-5 ने पहली बार मधुमेह की व्यापकता और उच्च रक्तचाप के आकडे 15 वर्ष से अधिक उम्र की वयस्क आबादी के बीच में किया, सर्वेक्षण से पता चलता है कि 15 वर्ष से अधिक आयु की आबादी में मधुमेह की घटनाएं काफी अधिक हैं, 30% पुरुषों और 25% महिलाओं में प्रचलित है। इस सर्वेक्षण में पाया गया कि 30% पुरुष और 25% महिला मधुमेह से ग्रसित है। इसी तरह से 15 वर्ष से अधिक 45% पुरुष और लगभग 39% महिलाएं उच्च रक्तचाप के रोगी हैं। मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रसित वयस्क आबादी सभी राज्यों के दोनों शहरी और ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं|
यात्रा के पश्चात एक छोटी जनसभा में विशिष्ठ प्रबुद्ध जन ने महात्मा गाँधी के जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए नेशनल इक्वल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने कहा कि आजकल अल्ट्रा प्रोसेस्ड पैकेज फ़ूड हम सभी के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। उन्होंने जारी किया कि इस से हमें नहीं पता चलता कि हम दिन में कितना नमक, चीनी और संतृप्त वसा का सेवन कर रहे हैं। अधिक मात्रा में नमक, चीनी और संतृप्त वसा का सेवन करने से हम कई जीवन पर्यंत दवाओं के चपेट में आ जाते हैं। देश में अति प्रसंस्कृत डिब्बाबंद भोजन पर अनिवार्य वार्निंग (चेतावनी) लेबल के साथ एफओपीएल (FOPL) विनिमय लाना चाहिए। यह जन स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा है इसलिए मैंने हमेशा इसका समर्थन किया है|
जन जाग्रति चैरिटेबल ट्रस्ट के धीरेन्द्र सिसोदिया ने महात्मा गाँधी जी की अहिंसा और स्वदेशी के विचारों के साथ-साथ उनके आहार सुधारों में भी प्रेरणा ली।
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राकेश रंजन त्रिपाठी ने कहा कि यही सही समय है कि सरकार को बच्चों, युवाओं और महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अति प्रसंस्कृत डिब्बाबंद भोजन पर अनिवार्य वार्निंग (चेतावनी) लेबल के साथ एफओपीएल (FOPL) विनिमय लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सरकार पर दोहरा बोझ कम हो सकता है और स्वस्थ पीढ़ी देश के विकास में अपना योगदान दे सकती है। इसके लिए काशी के कई साधु-संतों ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के द्वारा हाल ही में बहुप्रतीक्षित स्टार रेटिंग फूड लेबल आधारित एफओपीएल विनियम को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए पैरवी की, कि अपने निगरानी में चेतावनी वाला फ्रंट ऑफ पैक लैबलिंग लाने की कृपा करें. जिससे कि उपभोक्ताओं को स्वस्थ विकल्प चुनने के अधिकार मिल सके|
सावित्री बाई फुले महिला पंचायत की संयोजिका श्रुति नागवंशी ने कहा कि इस विषय पर जन जागरूकता की ज्यादा जरुरत है। आम जनता में जागरूकता के लिए मानवाधिकार जननिगरानी समिति वाराणसी के बडागांव, पिंडरा, हरहुआ, और आराजी लाईन ब्लाक में, अलीगढ़ और झारखंड के कोडरमा में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।