आरएसएस व बीजेपी महामना की बगिया का वातावरण ख़राब कर रही है- राघवेन्द्र चौबे
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 29 जून, बीएचयू अस्पताल में अव्यवस्था, गौशाला, प्रिंटिंग प्रेस, एरोड्रम, परिसर में पेड की लगातार कटाई, छात्रों एवं कर्मचारियों के उत्पीड़न तथा बीएचयू में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितता, तानाशाहीं के ख़िलाफ़ महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने आज एक बयान जारी कर कहा गया कि आज महामना की बगिया को अगर कोई नष्ट कर रहा है तो वह सीधा आरएसएस है, बीएचयू का संघीकरण इस भाजपा सरकार ने कर दिया है। बीएचयू के वर्तमान कुलपति आरएसएस के इशारे पर कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा कि बीएचयू के कुलपति अब महामना द्वारा स्थापित गौशाला को भी बंद करने की प्लानिंग में है। कुलपति द्वारा नियुक्त कमेटी ने इसे अनप्रोडक्टिव बता दिया है, बनी बनाई व्यवस्था को नष्ट करना सबसे आसान काम होता है। सृजन करना तपस्या भरा काम होता है। पंडित महामना का पूरा जीवन और संघर्ष सृजन की सीख देता है। पंडित जी ने बीएचयू को एक नया आयाम दिया था। लेकिन दुर्भाग्य देखिये कि उनके द्वारा लोकहित-राष्ट्रहित के लिए बसाई बगिया को वीरान करने की पुरजोर सिफारिशें हो रही हैं। बीएचयू के डेयरी को हमेशा के लिए खत्म करने का यह दुःसाहस ,लगातार पेड की कटाई, बीएचयू में व्याप्त अव्यवस्था यह महामना के बगिया के खिलाफत तो है ही, साथ ही पंडित महामना की आत्मा को चोटिल करना है। पिछले दस सालो में विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितता के जनक, छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रति निरंकुश, महामना द्वारा स्थापित बगिया का उजाड़ना इन सब मुद्दों के असली रचनाकार बीजेपी व आरएसएस है जो नहीं चाहती है की बीएचयू का परिवेश सकुशल रहे । और हम तो यह कहेंगे की जिस क्षेत्र से प्रधानमंत्री सांसद है उन्हीं के क्षेत्र में देश के सबसे मुख्य विश्वविद्यालय है वहाँ इस कदर अनियमितता है तो इसके सीधे ज़िम्मेदार काशी के सांसद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है, चोरी भी सीना ज़ोरी भी आरएसएस द्वारा पोषित कुछ संगठनों द्वारा आरएसएस की नाकामी को छिपाने के लिए विरोध भी किया जा रहा है जो हास्यास्पद विषय है। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का स्वर मुखर है हम महामना की बगिया को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है और सोमवार एक जुलाई को हम कांग्रेस जन महामना की बगिया में पंडित मदन मोहन मालवीय जी को माल्यार्पण कर उनके द्वारा बनाई गई महामना की बगिया को बचाने का संकल्प लेंगे। साथ ही हम कांग्रेसजन यह माँग करते है की तत्काल इन अनियमितताओ रोक लगे व प्रधानमंत्री स्वयं इस मुद्दे पर अपना मौन तोड़ते हुए ध्यान आकर्षित करे।