वक्फ बोर्ड बिल के जरिये अल्पसंख्यकों के अधिकार पर सीधा प्रहार- राघवेंद्र चौबे
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 2 अपैल, बिहार के चुनाव में हिन्दू- मुस्लिम कराने एव देश के अमन-चैन को प्रभावित करने के लिये भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वक़्फ बोर्ड बिल संसद में पेश किया हैं। उक्त बातें कांग्रेस पार्टी के वाराणसी महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने एक बयान जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि दरसल वर्तमान बीजेपी सरकार की मंशा कभी भी देश को विकास के पथ पर ले जाने की रही ही नही बल्कि नफरत की नींव पर शासन करना ही उनका मूलमंत्र हैं। यह सिर्फ़ एक बिल नहीं, बल्कि मुस्लिम समाज की संपत्तियों और उनकी पहचान पर खुला हमला है। सदियों से जो मस्जिदें, कब्रिस्तान, मदरसे और गरीबों की भलाई के लिए वक़्फ़ की संपत्तियां थीं, अब उन पर सत्ता की गिद्ध दृष्टि है। मोदी सरकार का इरादा साफ़ है कि मुसलमानों की मिल्कियत छीनो, उनकी विरासत मिटाओ और उन्हें हाशिए पर धकेल दो। यह संविधान, न्याय और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर सीधा प्रहार है। संविधान, न्याय और अल्पसंख्यकों के हक़ की रक्षा के लिए विपक्ष पूरी ताक़त से इस काले कानून का सड़क से लेकर संसद तक विरोध करेगा।