पारितोषिक वितरण एवं विद्वत सत्कार के साथ गणेश उत्सव का भव्य समापन।
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। रामघाट स्थित सान्गवेद विद्यालय में चल रहे गणेश उत्सव का समापन समारोह गुरुवार को पं अशोक कुलकर्णी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में उत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्तीर्ण छात्रों को पुरस्कृत किया गया। काशी के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित जनार्दन शास्त्री कुंटे के पुण्य स्मृति में न्याय शास्त्र में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किया गया। गोविंद लाल डागा द्वारा उत्साहवर्धन पुरस्कार विद्यार्थियों को दिया गया। श्री गणपति तत्व विमर्श के लेखक डॉ पवन कुमार शास्त्री द्वारा व्याख्यान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुस्तक का वितरण किया गया। इस अवसर पर विद्वत परिषद अध्यक्ष गौरव देशपांडे का सम्मान किया गया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि सॉन्गवेद विद्यालय जैसी संस्था संपूर्ण विश्व में दूसरी नहीं है। धार्मिक विषयों पर यहां का निर्णय अकाट्य होता है। उत्सव की अध्यक्षता कर रहे अशोक शास्त्री कुलकर्णी को अभिनंदन पत्र, महावस्त्र एवं पुष्प माला, श्रीफल के द्वारा सम्मानित किया गया। अध्यक्ष श्रीकुलकर्णी ने कहा कि यहां का गणेश उत्सव उपासना के रूप में संपन्न होता है, इसमें आकर मैं अपने को धन्य मानता हूं। यहां का गणेश उत्सव इसी प्रकार निरंतर चलता रहे ऐसी भगवान से प्रार्थना है । समापन समारोह में कुंडली श्रृंगेरी शंकराचार्य, ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती स्वामी, माणिक प्रभु संस्थान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सर नाईक ,अयोध्या श्री राम जन्मभूमि तीर्थ के महामंत्री चंपत राय आदि द्वारा भेजे गए शुभकामना संदेश को पढ़ा गया। ऑपरेशन सिंदूर के समय सीमा की रक्षा में जिन जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी उन्हें विशेष रूप से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कोलकाता से पधारे प्रदीप मेहता जी ने कहा कि सॉन्गवेद विद्यालय केवल शिक्षा संस्थान नहीं है अपितु धरोहर है। कार्यक्रम में विद्वानों के भाषण में पंडित जगन्नाथ शास्त्री तैलंग, राम लोकरे, अनिल किंजवडकर, प्रोफेसर माधव जनार्दन रटाटे, चक्रवर्ती विजय नावड ने विद्यालय के कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की और गणेश उत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला। विद्वत परिषद का निर्णय जो कि ज्योतिष की तिथि विचार से संबंधित है उसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य के प्रतिनिधि उपेंद्र मिश्रा के हाथों श्रीमठ में श्री रामजी की सेवा के लिए पुष्प माला एवं द्रव्य प्रेषित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पंडित विश्वेश्वर शास्त्री द्रविड़ एवं धन्यवाद ज्ञापन पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने किया।