रागिनी चंद्रशेखर के भरतनाट्यम नृत्य को देख विद्यार्थी हुए मंत्रमुग्ध।
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। स्पिक मैके व संस्कृति विभाग उत्तरप्रदेश, तथा भातखंडे विवि के सहयोग से बुद्धवार को सनबीम कॉलेज फॉर विमेंस वरुणा एवं सनबीम स्कूल वरुणा में विदुषी रागिनी चंद्रशेखर का भरतनाट्यम नृत्य प्रदर्शन हुआ। जिसमें उन्होंने हँसध्वनि राग पर आधारित पारम्परिक नृत्य पुष्पांजलि को प्रस्तुत किया। तत्पश्चात रागिनी चंद्रशेखर और शिष्या गायत्री द्वारा कर्नाटक शास्त्रीय राग नाट्य कुरूँजी पर जतिस्वरम यानि शुद्ध नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। रागिनी चंद्रशेखर के श्री कृष्ण माखन चोरी की लीलाएं जिसके बोल थे माखन बाल गोपाल ही भावे देख सभागार में बैठे विद्यार्थियों नें नृत्य के भाव देख अचंभित नजरों से देखते रहें। तत्पश्चात खेलन जात बाल सब टेरत खेलन मेको काको गोसईयां पर श्री कृष्ण और उनके मित्र बाल गोपाल के खेल रूपी प्रसंग पर खूब तालियां बजी। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों द्वारा पूछेगए प्रश्नों का उत्तर बहुत ही सहज़ अंदाज में देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। उन्होंने नाट्य प्रसंगो के भावों एवं हस्त मुद्राओं को विस्तार से बताया। गायन में श्री राग, मृदंगम पर एम वी चंद्रशेखर, वायलीन पर सौम्या एवं नट्टूवंगम पर गायत्री सेठ नें संगत किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ स्पिक मैके उ.प्र. के संरक्षक उमेश चंद्र सेठ, प्राचार्य डॉ राजीव सिंह नें प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने समस्त कलाकारों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में डॉ शालिनी सिंह, डॉ मनीषा सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रहीं।