Kashi Ka News - नागरिक प्रचारिणी सभा में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन

 नागरिक प्रचारिणी सभा में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन 


ब्यूरो आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी, दिनांक 25 नवम्बर,दिन शुक्रवार को विश्वेश्वर गंज स्थित नागरिक प्रचारिणी सभा के सभागार में आयोजित दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी "साहित्य के निर्माता एवं नागरिक प्रचारिणी सभा के संस्थापक बाबू श्यामसुंदर दास का पूनर्मूल्यांकन एवं आज की संदर्भ दृष्टि" के दूसरे दिन संगोष्ठी का द्वितीय सत्र बाबू श्यामसुंदर दास के रचानात्मक व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विमर्श पर केंद्रित था।

वक्ता प्रो० राधेश्याम दूबे ने कबीर ग्रंथावली के संपादन एवं संकलन से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। प्रो० मनोज सिंह ने पाठालोचन से सम्बंधित अनेक बिंदुओं पर प्रकाश डाला। प्रो० सुमन जैन ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का हिंदी विभाग और बाबू श्यामसुंदर दास के विषय पर सारगर्भित वक्तव्य प्रस्तुत किया। डॉ० अवंतिका सिंह ने बाबू श्यामसुंदर दास की आत्मा कथा 'मेरी आत्म कहानी' के अनेक मार्मिक प्रसंगों को उद्घाटित किया।

इस सत्र का संचालन ब्रजेश चंद्र पांडेय एव धन्यवाद ज्ञापन सुजाता यादव ने किया।

संगोष्ठी का तृतीय सत्र शोध छात्रों द्वारा पत्र वाचन से सम्बंधित रहा, जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये शोध छात्रों ने अपने-अपने शोध-पत्रों का वाचन किया। इसमें रवि यादव, अमित कुमार, सुजाता यादव, विकास कुमार मौर्य, बंदना पांडे, प्रज्ञा ओझा, कविता सरोज, पुजा कुमारी,सुरज सिंह, शुभम मिश्रा, आकांक्षा यादव ने प्रतिभाग किया।

इस सत्र के वक्ताओं में प्रो० प्रभाकर सिंह, डॉ० सदानंद सिंह, डॉ० उमेश सिंह, प्रो० बंदना झा आदि ने बाबू श्यामसुंदर दास के बहुआयामी व्यक्तित्व पर अपने-अपने वक्तव्य प्रस्तुत किये।

समापन सत्र की अध्यक्षता डॉ० उदय प्रताप सिंह ने किया तथा संचालन ब्रजेश चंद्र पांडेय एव उक्त संगोष्ठी की संयोजिका प्रो० ऋचा सिंह ने समाहार एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।