Kashi ka News योगी सरकार द्वारा बजट नही बल्कि झूठा गजट पेश किया गया है

योगी सरकार द्वारा बजट नही बल्कि झूठा गजट पेश किया गया है।

ब्यूरो आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी, आज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बजट जारी होने पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष, पूर्व मंत्री श्री अजय राय ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि योगी सरकार द्वारा बजट नही बल्कि झूठा गजट पेश किया गया है। यह बजट पूर्ण रूप से जनता के लिए झुनझुना है। हर बार क तरह इस बार भी योगी सरकार द्वारा सिर्फ़ वादों का पिटारा जारी किया गया है। भाजपा सरकार का यह सातवां बजट है; जिस पार्टी की सरकार को छह साल काम करने का मौक मिला हो उसका यह बजट झूठा वादा की तरह नजर आता है। इसमें ना तो आज की समस्याओं का समाधान है। न भविष्य की दूरदर्शिता। जिस प्रदेश में सबसे ज्यादा आबादी गांव में रहती हो और खेती-किसानी पर निर्भर करती है, वहां के बजट ने किसानों को निराश किया है। जहां नौजवान उम्मीद लगाकर बैठे थे कि रोजगार के कुछ रास्ते खुलेंगे, बजट ने उन्‍हें निराश किया है। महिलाओं को निराश किया है।किसान से लेकर नौजवानों तक निराशा छाया है। भाजपा की योगी सरकार यूपी को एक ट्रिलियन (100 अरब) डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना दिखाती रहा है। मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मुख्‍यमंत्री (योगी आदित्‍यनाथ जी) और वित्त मंत्री (सुरेश कुमार खन्‍ना जी ) प्रदेश की जनता को कम से कम यह बताएं कि एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के लिये उत्तर प्रदेश की विकास दर क्या होनी चाहिए? प्रदेश की कृषि विकास दर ही कम है। दिल्ली की सरकार (केंद्र) ने भी अपने बजट में किसानों पर कोई ध्यान नहीं दिया। उसी रास्ते पर भाजपा की उत्तर प्रदेश की सरकार भी चल रही है। क्या किसानों को उनकी उपज का दाम मिल पाएगा? भाजपा के लोगों ने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी हो जाएगी लेकिन क्या ऐसा हुआ? किसान की जितनी भी जरूरत की चीजें हैं सब महंगी हो गई हैं।क्या नौजवानों को रोजगार मिला? उत्तर प्रदेश को सिर्फ और सिर्फ भयावह डर का माहौल भाजपा द्वारा मिला।अब प्रदेश सरकार निवेश का सपना दिखा रही है। इस सरकार को केवल मेला लगाना आता है। मेला लगा लिया, लोगों को बुला लिया। बड़े उद्योगपतियों से तो मिल लिये, लेकिन छोटे-छोटे व्यापारियों का क्या? लघु उधोग,मध्यम उद्योग का क्या हुआ? राज्‍य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए पेश किये गये बजट को 'ऊंट के मुंह में जीरा' के समान है। भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है।जनता महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, पिछड़ेपन एवं अराजकता आदि से त्रस्त है। लेकिन सरकार ने बदहाली को दूर करने के लिए कुछ किया ही नहीं। यह बजट नही झूठा गजट है।