Kashi ka News बाबा महाश्मशान नाथ दरबार में नगर वधुओं के नृत्य के साथ त्रिदिवसीय महोत्सव का समापन

बाबा महाश्मशान नाथ दरबार में नगर वधुओं के नृत्य के साथ त्रिदिवसीय महोत्सव का समापन।

ब्यूरो आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी, दिनांक 28 मार्च, आज त्रिदिवसीय महोत्सव के तीसरे दिन सांयकाल बाबा महाश्मशान नाथ मंदिर एवं प्रांगण को रजनीगंधा, गुलाब, बेला के सुगंधित फूल-मालाओं से दिव्य श्रृंगार किया गया तथा पंचमकार का भोग लगा करके तांत्रोक्त विधी- विधान बाबा का भव्य महाआरती किया गया।

महाआरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें नगर वधुओं ने अपने गायन एवं नृत्य के माध्यम से परांपरागत भावांजलि बाबा महाश्मशान नाथ को समर्पित करते हुए इस नरकीय जीवन से मुक्ति की प्रार्थना की। 

महोत्सव के विषय में व्यवस्थापक  गुलशन कपूर ने बताया कि करीब साढ़े तीन सौ वर्ष पूर्व राजा मानसिंह ने बाबा महाश्मशान नाथ जी के मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। जीर्णोद्धार के बाद मानसिंह ने सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने के लिए काशी के कलाकारों को आमंत्रित किया किन्तु महाश्मशान पर कोई कलाकार आने को तैयार नहीं हुआ, जिससे मानसिंह काफी दुखी हो गये। जब यह खबर नगर वधुओं तक पहुंची तो डरते-डरते उन्होंने राजा तक संगीत प्रस्तुति के लिए संदेश भेजवाया। यह संदेश पाकर मानसिंह काफी प्रसन्न हुए और ससम्मान नगर वधुओं को आमंत्रित किया गया और तभी से यह परम्परा चली आ रही है। वहीं दूसरी तरफ नगर वधुओं के मन में यह आया की अगर वह इस परंपरा को निभाते रही तो इस नरकीय जीवन से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा। आज सैकड़ों वर्षों से यह परंपरा जीवित है, बिना बुलाए नगर वधुएं चैत्र सप्तमी के दिन बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने स्वयं चली आती है।

रात्रि पर्यंत चलने वाला जागरण जलती चिताओं के पास मंदिर में अपने परंपरागत स्थान से प्रारंभ हुआ, कार्यक्रम में सर्वप्रथम आये हुए श्रद्धालुओं का स्वागत मंदिर व्यवस्थापक गुलशन कपूर एवं अध्यक्ष चैनू प्रसाद गुप्ता ने किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गुलशन कपूर, चैनू प्रसाद गुप्ता, बिहारी लाल गुप्ता, विजय शंकर पाण्डेय, राजु साव, संजय गुप्ता, अजय गुप्ता, दीपक तिवारी, रिंकू पांडे, रोहित, मनोज शर्मा आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।