Kashi ka News भगवान श्री कार्तवीर्य सहस्त्रबाहु की प्रतिमा एवं मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा पर आयोजित पांच दिवसीय समारोह हुआ संपन्न

भगवान श्री कार्तवीर्य सहस्त्रबाहु की प्रतिमा एवं मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा पर आयोजित पांच दिवसीय समारोह हुआ संपन्न

ब्यूरो आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी। दिनांक 24 मई, दिन बुधवार को श्री हैहय वंशीय क्षत्रिय कसेरा महासभा द्वारा वाराणसी के रामकटोरा स्थित चिंतामणि बाग के परिसर में भगवान श्री श्री कार्तवीर्य राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु जी की प्रतिमा एवं मंदिर के प्राण- प्रतिष्ठा के अवसर पर पांच दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया था जो रविवार को विशाल भंडारे के साथ भव्य रूप से संपन्न हुआ।

आयोजित पांच दिवसीय समारोह के प्रथम दिन, 24 मई को प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व संध्या पर श्री हैहय वंशीय क्षत्रिय कसेरा महासभा द्वारा भव्य शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। शोभायात्रा में आगे-आगे डमरू दल, पीछे 51वीरांगनाए हाथों में तलवारें लेकर तलवार बाजी का प्रदर्शन करते हुए चल रही थी। बीच में 51 महिलाएं सर पर कलशों को लेकर समूहबद्ध चल रही थी, अंत में शंख दल द्वारा शंखनाद से एवं लोगों द्वारा भगवान सहस्त्रबाहु के जयकारे के उद्घोष से वातावरण गुंजायमान हो उठा। शोभायात्रा में पद्मश्री डॉ रजनीकांत, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र, विधायक नीलकंठ तिवारी, पार्षद संजय केशरी के अलावा हैहय वंशीय क्षत्रिय महासभा के  भारी तादाद में गणमान्य लोग शामिल रहे।

कार्यक्रम के दूसरे दिन, 25 मई को सांयकाल भगवान श्री श्री कार्तवीर्य  राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु जी के प्रतिमा का प्रकांड विद्वान ब्राह्मणों द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा का पूजन-अर्चन विधि-विधान पूर्वक संपन्न किया गया।

उक्त अवसर पर महासभा के  मिडिया प्रभारी अनिल कुमार कसेरा ने बताया कि काशी में भगवान श्री कार्तवीर्य राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु जी की यह अकेला प्रतिमा है। जो कांसे के धातु से निर्मित है, प्रतिमा के हाथ में धनुष-बाण, सर के मुकुट तथा छत्र में सौ ग्राम सोना, एक किलो चांदी के साथ ही सुंदर मीनाकारी  किया गया है। पीतल के धातु से दो बड़े शेर, छत्र तथा मंदिर के दिवार पर मीनाकारी है, जर्मन सिल्वर धातु से बने भगवान सूर्य तथा शिव परिवार स्थापित हुए हैं।

तीसरे दिन 26 मई को रामायणी टीम द्वारा चौबीस घंटे की संगीतमय अखंड रामायण पाठ शुरू हुआ जो चौथे दिन 27 मई  को पूर्णाहुति के पश्चात महासभा के पदाधिकारियों ने सपत्नीक सत्यनारायण भगवान का कथा सुनकर भगवान श्री कार्तवीर्य राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु जी का पुजन अर्चन व आरती की।

पांचवें दिन 28 मई को चिंतामणि बाग में भगवान श्री कार्तवीर्य राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु जी के मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में  हजारों की तादाद में श्रद्धालुजनों ने प्रसाद ग्रहण किया। 

इस अवसर पर प्रमुख रूप से संरक्षक महादेव प्रसाद, राजेन्द्र प्रसाद क्षत्रिय, सभापति रामनारायण, अशोक कसेरा, गणेश प्रसाद, महामंत्री मनोज कसेरा, कोषाध्यक्ष केदारनाथ, उपाध्यक्ष सत्यनारायण प्रसाद, मंत्री विनोद कुमार, मिडिया प्रभारी अनिल कुमार कसेरा, संजय कुमार, किशन कसेरा, अरूण कसेरा, राजेश कसेरा, कल्लू जी, पवन कसेरा, जितेंद्र सिंह, संतोष कसेरा, गुंजन पवन कसेरा, शिवकुमार कसेरा, मुकेश कसेरा, बुद्धु कसेरा, लवकुमार, पप्पू कसेरा सहित अन्य महासभा के पदाधिकारीगण एवं गणमान्य  लोग उपस्थित रहें।