Kashi ka News नमामि गंगे द्वारा देवशयनी एकादशी पर भगवान आदिकेशव का भव्य श्रृंगार

नमामि गंगे द्वारा देवशयनी एकादशी पर भगवान आदिकेशव का भव्य श्रृंगार।

ब्यूरो आनंद सिंह अन्ना एवं मनीष यादव की रिपोर्ट 

वाराणसी। दिनांक 29 जून, दिन गुरूवार को नमामि गंगे वाराणसी महानगर के तत्वावधान में देवशयनी एकादशी के पावन पर्व पर संस्था के पदाधिकारियों एवं पुजारी विनय त्रिपाठी द्वारा राजघाट के आदिकेशव घाट स्थित अति प्राचीन भगवान आदिकेशव के प्रतिमा का गंगा जल से अभिषेक कर सुगंधित फूल-मालाओं श्रृंगार, प्रसाद का भोग लगाकर विधिवत भगवान की आरती उतारी गई। इस अवसर पर श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि की भजनों से मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। गंगा जल से आदिकेशव जी के पैर पखार कर गंगा की निर्मलता की कामना की गई।

इस अवसर पर नमामि गंगे के सहसंयोजक शिवम अग्रहरि ने कहा कि आज से पवित्र चतुर्मास प्रारम्भ हो गया है। भगवान विष्णु चार माह के लिए भगवान शिव के हाथों में सृष्टि का संचालन सौंपकर शयन के लिए क्षीरसागर चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि मत्स्य पुराण एवं काशी खंड में वर्णित कथानुसार देवाधिदेव महादेव के आदेश पर भगवान विष्णु ने प्रथम बार काशी आगमन पर गंगा व यमुना के संगम तट पर स्थित इसी स्थान पर अपने प्रथम चरण रखें थे। तभी से भक्तों के कल्याणार्थ यहां श्री हरि स्वयं विराजमान हैं।

इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रमुख रूप से नमामि गंगे सहसंयोजक शिवम अग्रहरि, रामप्रकाश जायसवाल, केशव कुशवाहा, रश्मि साहू, रतन साहू, जय विश्वकर्मा सहित नमामि गंगे के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।