Kashi ka News रूसी फ़िल्म महोत्सव के दौरान भारत और रूस के सहयोग से फ़िल्मों के निर्माण का ऐलान

रूसी फ़िल्म महोत्सव के दौरान भारत और रूस के सहयोग से फ़िल्मों के निर्माण का ऐलान।

ब्यूरो आनन्द सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 27 अगस्त, भारत इस साल प्रतिष्ठित जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और पूरी दुनिया की निगाहें इस वक्त भारत पर लगी हुईं हैं। आज .इस बीच, सिनेमा के‌ पटल पर भारत और रूस के साझा प्रयासों को लेकर बनारस में एक बड़ा ऐलान किया गया।
आज बनारस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का ऐलान किया गया कि भारत और रूस जल्द ही साझा रूप से फ़िल्मों का निर्माण करेंगे और अपनी इस नई सिनेमाई साझेदारी को एक नये मकाम पर ले जाएंगे।
बनारस के मॉल रोड स्थित जेएचवी सिनेमा में आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का भी ऐलान किया गया कि भारत और रूस फिलहाल तीन फ़िल्मों का साझा रूप से निर्माण करेंगे उल्लेखनीय है कि साझा तौर पर निर्मित की जानेवाली इन तीनों ही फ़िल्मों भारत और रूस दोनों देशों के कलाकार और तकनीशियन काम करेंगे और सभी फिल्मों की शूटिंग अगले साल शुरू कर दी जाएगी।
ग़ौरतलब है कि भारत और रूस के सहयोग से बनने वाली इन सभी फ़िल्मों का निर्माण रूस की ओर से एलेक्सी गिवोरूखिन, राबियात अदज़ीकामालोवा तो वहीं भारत की ओर से निर्माता जीशान अहमद और वसीम अख़्तर करेंगे। मुम्बई से विशेष तौर पर रूसी फिल्म महोत्सव को अपना समर्थन देने पहुंचे वरिष्ठ ट्रेड एक्सपर्ट कोमल नाहटा भी भारत-रूस द्वारा संयुक्त रूप से फ़िल्में बनाने से जुड़े बड़े ऐलान के वक्त मौजूद थे. निर्माता जीशान अहमद, अभिनेता कन्हैया कुमार, रूसी फ़िल्म‌ महोत्सव के मीडिया सलाहकार वसीम अख़्तर ने भी इस विशेष मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई।
ग़ौरतलब है कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से मशहूर शहर बनारस में 25 अगस्त से रूसी फ़िल्म महोत्सव की शुरुआत हुई थी और आज इस फ़िल्म महोत्सव का आख़िरी दिन है. आज जिन रूसी फ़िल्म का प्रदर्शन किया गया, उनके नाम इस प्रकार है:- टेरिबल डैड (दोपहर 1.00 बजे), स्ट्रिक्ट रेजिम पैरेंट्स (शाम‌ 7.00 बजे)। बनारस में पहली बार आयोजित किये गये इस तीन दिवसीय रूसी फ़िल्म महोत्सव के चलते स्थानीय सिने-प्रेमियों में जबर्दस्त उत्साह देखा जा रहा है और लोग अपने शहर में भारी संख्या में रूसी सिनेमा देखने का लुत्फ़ उठाने के लिए पहुंच रहे हैं। 
ग़ौरतलब है कि दुनिया भर में रूसी फ़िल्मों की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है. दुनिया भर में अब तक 30 से भी ज़्यादा देशों ने रूसी फ़िल्म महोत्सव को या तो होस्ट किया जा चुका है या फिर इन देशों ने अपने फ़िल्म महोत्सवों में रूसी फ़िल्मों को शामिल किया है. ऐसे देशों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, चीन, लातिन अमेरिका, मध्य पूर्वी देशों, सीआईएस, यूरोपीय देशों का भी शुमार है जहां अब तक 160 फ़ीचर फ़िल्मों का प्रदर्शन किया जा चुका है. इतना ही नहीं, पिछले 3 सालों में 8.5 मिलियन यानी 85 लाख लोगों ने ऑनलाइन, ऑफ़लाइन और आउटडोर में रूसी फ़िल्मों केज अलावा वेब सीरीज़ और एनिमेशन फ़िल्मों का भी लुत्फ़ उठाया है।