Kashi ka News वार्षिकोत्सव अनुकृति-16 का डीपीएस काशी में हुआ भव्य आयोजन

वार्षिकोत्सव अनुकृति-16 का डीपीएस काशी में हुआ भव्य आयोजन।

ब्यूरो चीफ आनन्द सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 25 नवम्बर, दिन शनिवार को बाबतपुर रोड स्थित डीपीएस काशी में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ वार्षिकोत्सव 'अनुकृति 16' सम्पन्न हुआ।
समारोह के मुख्य अतिथि हंशराज विश्वकर्मा, उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य तथा विशिष्ट अतिथि विद्यालय के निदेशक आयुश पोद्दार रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन कर मुख्य अतिथि ने किया। छात्रों ने विष्णु वंदना की मधुर धुन पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया। तदुपरांत प्रधानाचार्य गणेश सहाय ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि डीपीएस काशी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है। तदन्तर विद्यालय के छात्रों ने आकर्षक वाद्यवृंद प्रस्तुत किया, जिसमें गिटार, हारमोनियम, तबला, की बोर्ड, इलेक्ट्रीपेड, डफली, मंजीरा, मरकश, बांसुरी, ड्रम, कांगो, वायलिन आदि वाद्य यंत्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम वसुधैव कुटुंबकम विषय पर आधारित था, जिसमें 620 समूह के सभी देशों की सभ्यता एवं संस्कृति को नृत्य, नाटक आदि कला के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। कक्षा एक से पांचवी तक के बच्चों द्वारा रूस अमेरिका, मैक्सिको, ब्राजील, ब्रिटेन, भारत आदि देशो के परंपरागत नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति देख अभिभावकगण मंत्र मुग्ध हो गए। किडनगार्डेन के नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तुत छोटा भीम, डोरेमन, वी द रोबोट ब्वाय आदि कार्टून गाने की धुन पर बच्चों संग अभिभावक भी झूम उठे। तदंतर मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बच्चों द्वारा दी गई मनमोहक प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में छात्रों ने वेस्टर्न सांग '100 माइल्स' और कबीर के दोहे 'मोको कहां ढूंढे बंदे' की मधुर स्वर लहरियों से ईश्वर की एकता एवं सर्वव्यापकता को उजागर किया। अंग्रेजी नाटक के माध्यम से आज के पारिवारिक जीवन में मोबाइल फोन के नकारात्मक प्रभाव को दिखाते हुए इसके अनावश्यक प्रयोग से बचने एवं अच्छी पुस्तकें पढ़ने की सलाह दी गई। छात्रों द्वारा प्रस्तुत गर्ल्स और बॉयज शो कार्यक्रम में कथक, साउथ अफ्रीकन, इटालियन, अरेबियन, कोरियन, चाइनीज, कनेडियन आदि परंपरागत नृत्य शैली के माध्यम से विश्व बंधुत्व का संदेश दिया। तदंतर बच्चो ने हिंदी नाटक के माध्यम से सर्वधर्म समभाव का भाव रखते हुए मानव धर्म को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बनेठी फायर डांस था, जिसमें बच्चे शिव तांडव के धुन पर आग के घेरे में नृत्य के साथ अपने शौर्य एवं पराक्रम का परिचय भी दिया। उल्लेखनीय है कि इस सास्कृतिक कार्यक्रम में विद्यालय के लगभग चार सौ बच्चों ने भाग लिया। 
मंच का संचालन आस्था पांडे, शुभिका वर्मा, अथर्व एवं अमिय शुक्ला तथा धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका श्रीमती दिशा बबानी ने किया। 
समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।