Kashi ka News मनुष्य रामराज्य के स्थापना से ही मानवता, समानता, शांति और तनावमुक्त एवं सुखमय जीवन जी सकता हैं-श्री सद्गुरु ऋतेईश्वर महाराज

मनुष्य रामराज्य के स्थापना से ही मानवता, समानता, शांति और तनावमुक्त एवं सुखमय जीवन जी सकता हैं-श्री सद्गुरु ऋतेईश्वर महाराज

ब्यूरो चीफ आनन्द सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 25 नवंबर, दिन शनिवार को परमपूज्य सदगुरु श्री ऋतेश्वर जी महाराज, पीठाधीश्वर श्री आनंदम धाम पीठ, वृन्दावन का शुभ आगमन आज काशी के लक्ष्मी हास्पिटल के सभागार में महाराज जी का सम्मान किया गया। ज्ञात हो कि सदगुरु ऋतेश्वर महाराज द्वारा श्री लाडली निकुंजवन श्री आनंदम धाम की स्थापना की गई है, जो मुख्यतः श्री धाम वृंदावन से संचालित संस्थान है। एक ओर जहां आज पूरा वृंदावन दिल्ली मुंबई बनने की ओर अग्रसित है वहीं श्री लाडली निकुंज वन में आप वही श्री कृष्ण का ब्रज का दर्शन कर पाने में आज भी सक्षम है। सदगुरु श्री के पहां 5000 वर्ष पुराने वृंदावन की झलक मिलेगी। यहां प्रति दिवस 2100 दीपकों की माला से ठाकुर श्री गोधूली बिहारी जी की नित्य भव्य आरती पूजन होती है। परमपूज्य सदगुरु श्री अपने प्रवचनों तथा ध्यान साधना के माध्यम से न जाने कितने मनुष्यों के जीवन को विषाद रहित कर आनंद पथ की ओर अग्रसित किए हैं। सदगुरु स्ट्रेस फ्री लाइफ तथा ब्लिसफुल लाइफ मैनेजमेंट लोगों के जीवन में उतारकर बड़े ही सरल और सहज माध्यम से भाईचारा और विश्वशांति की भावना को प्रतिपादित करना चाहते है। छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, सदगुरु श्री की कर्मभूमि रही जहां अनेक गौशाला, आश्रम बने है। वासुदेव कुटुम्बकम की भावना निहित है।
इन सब बातों की गम्भीरता और दूरदर्शी चिंतन को बनाये रखने के लिए आयोजको ने सद्गुरु श्री ऋतेश्वर महाराज जी का एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया है।
पत्रकार वार्ता में मिडिया से महाराज जी ने कहा कि सनातन धर्म ही मूल धर्म है बाकी सभी धर्म पंथ है। ईश्वर की आराधना के लिए पंथों में पुजा की पद्धतियां अलग हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां सोलह संस्कार होते हैं, उन संस्कारों को हम भुल चुके हैं जिससे कारण पश्चिम सभ्यता हावी होकर हमारे जीवन को तनावग्रस्त बना दिया। 
महाराज ने बताया कि हिन्दू तो रावण और कंस भी थे। मैं हिन्दू राष्ट्र का विरोधी नहीं हूं किंतु देश में मानवता, समानता, शांति व आनन्द केवल रामराज्य के द्वारा ही लाया जा सकता है, रामराज्य के स्थापना से ही पूरा विश्व तनावमुक्त, सुखमय जीवन जी सकता है। 
पत्रकार वार्ता में सदगुरु श्री ऋतेश्वर महाराज, डॉ अशोक राय, डॉ कर्मराज सिंह आदि उपस्थित थे।