Kashi ka News बाल दिवस पर दिल्ली पब्लिक स्कूल काशी के बच्चों ने राष्ट्रपति से की मुलाकात

बाल दिवस पर दिल्ली पब्लिक स्कूल काशी के बच्चों ने राष्ट्रपति से की मुलाकात।

ब्यूरो चीफ आनन्द सिंह अन्ना
वाराणसी। दिल्ली पब्लिक स्कूल काशी के बच्चों ने राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की तथा डीपीएस काशी परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह भी राष्ट्रपति को भेंट किया। दिल्ली पब्लिक स्कूल काशी के बच्चों का प्रतिनिधित्व जाह्नवी सिंह, इशिका सिंह, मनोरथ सिंह एवं नितेश ने किया। बच्चों का मार्गदर्शन विद्यालय के प्रधानाचार्य गणेश सहाय एवं शिक्षिका सीमा पांडेय ने किया।
राष्ट्रपति से मिलकर बच्चे अत्यंत प्रसन्न एवं उनके व्यक्तित्व से प्रभावित दिखे। बच्चों ने राष्ट्रपति से अनेक बालसुलभ प्रश्न किए। सहज एवं मधुर भाव से राष्ट्रपति ने उनके मन की जिज्ञासा को शांत किया। 
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने बच्चों से कहा कि अगर वे अपनी क्षमता को पहचानें और पूरी लगन और कड़ी मेहनत के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें, तो वे निश्चित रूप से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने उन्हें पढ़ने की आदत अपनाने की सलाह देते हुए कहा किताबें सबसे अच्छी दोस्त होती हैं, हमें महान हस्तियों की जीवनियां पढ़नी चाहिए जिससे हमें प्रेरणा मिलेगी और चुनौतियों का सामना करने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि आज के बच्चों के पास तकनीक और ढेर सारी जानकारी और ज्ञान है। वे देश-विदेश में अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने बच्चों की प्रतिभा को सही दिशा दें।
राष्ट्रपति ने कहा कि बच्चों में दूसरों के प्रति अधिक संवेदनशीलता होती है. वे दूसरों का दुःख देखकर दुःखी हो जाते हैं और दूसरों को सुखी देखकर प्रसन्न हो जाते हैं। बच्चों के इसी गुण के कारण हम उन्हें बचपन से ही दूसरों की मदद करने और पर्यावरण के प्रति प्रेम और सम्मान की भावना रखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। बच्चों को स्वास्थ्य और पर्यावरण की स्वच्छता के प्रति जागरूक करना भी बहुत जरूरी है।
राष्ट्रपति ने बच्चों से कहा कि अगर वे अपनी क्षमता को पहचानें और पूरी लगन और कड़ी मेहनत के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें, तो वे निश्चित रूप से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने उन्हें पढ़ने की आदत अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक कहावत है. किताबें सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. अच्छी किताबें किसी के व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव लाती हैं। उन्होंने बच्चों को महान हस्तियों की जीवनियां पढ़ने की भी सलाह दी, जिससे उन्हें प्रेरणा मिलेगी और चुनौतियों का सामना करने में भी मदद मिलेगी।