Kashi ka News. धर्म संसद का होगा आयोजन, देश भर में चलेगा ज्ञानवापी मुक्ति जन जागरण अभियान।

धर्म संसद का होगा आयोजन, देश भर में चलेगा ज्ञानवापी मुक्ति जन जागरण अभियान।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी। दिनांक 28 जनवरी।श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास की एक विशेष बैठक शनिवार को न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

बैठक में न्यास के प्रबंध ट्रस्टी डॉ राम प्रसाद सिंह ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर स्थित आदि विश्वेश्वर महादेव की मुक्ति हेतु चल रही कानूनी लड़ाई में न्यायालय के आदेश पर 2022 में अधिवक्ता कमिश्नर की जांच में मंदिर के ही सारे सबूत मिलने के बाद भारत सरकार की सर्वोच्च वैधानिक संस्था एएसआई ने भी 2023 में न्यायालय के आदेश पर वैज्ञानिक विधि से जांच की जिसमें सभी साक्ष्य एवं सबूत पूर्व में विशाल मंदिर होने के ही मिले।

ज्ञानवापी मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता सुबास नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि अभी बजू टैंक की जांच होनी है उस जांच की रिपोर्ट आने के बाद न्यायालय में ट्रायल शुरू होगा।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे आर के चौधरी ने बताया कि ज्ञानवापी मंदिर मुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो रहा है, एएसआई जांच कमेटी की रिपोर्ट स्पष्ट रूप से वहा मंदिर होने का ही इशारा कर रही है। यह सत्य की जीत है हम सभी न्यास के माध्यम से हिंदू समाज में भी जन जागरण का कार्य तेज करेंगे हम सभी न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते है पूर्ण विश्वास है कि अति शीघ्र काशी में जल्द ही आदि विश्वेश्वर महादेव का मंदिर भी श्रीराम मंदिर अयोध्या धाम की तर्ज पर मूर्त रूप लेगा इसके लिए समस्त बाधाओं को पार करते हुए हिंदू समाज को तन, मन, धन के समर्पण भाव से आगे आना होगा। 

बैठक का संचालन कर रहे न्यास के राष्ट्रीय महासचिव राजेश भाटिया ने बताया कि 17 फरवरी को न्यास के द्वारा कुंभ क्षेत्र प्रयाग में धर्म संसद आयोजित किया जाएगा, ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन के इस अभियान में देश भर के संतो, बुद्धजीवियों, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विद्वतजनों को साथ लेकर जन जागरण के माध्यम से हिंदू जन मानस में जागृति लाई जाएगी।

न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव चंद्र त्रिपाठी ने ज्ञानवापी आंदोलन से जुड़े सभी कार्यक्रमों एवं वर्तमान में न्यास द्वारा चलाए जा रहे जन जागरण एवं आंदोलन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि विश्व की एकमात्र प्राचीन एवं पवित्रतम धार्मिक नगरी काशी आज मांस, मछली की दुकानों बूच़डखानों कत्लखानों में तब्दील होती जा रही है। अब समय आ गया है कि हरिद्वार, उज्जैन, ऋषिकेश, वृंदावन आदि की तर्ज पर शासन प्रशासन द्वारा काशी को भी धार्मिक नगरी घोषित करते हुए देवों के देव महादेव आदिविशेश्वर का अविमुक्त पंचकोश क्षेत्र के अंदर से संपूर्ण मांस, मछली की दुकान बंद करायी जाए तथा पंचकोश क्षेत्र के अंदर से सभी वैध, अवैध बूचड़खाने कत्लखाने को तत्काल बंद किया जाए। इस संबंध में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार तथा प्रधानमंत्री भारत सरकार को भी विगत 1 जनवरी 2024 को पत्र देकर अनुरोध किया गया था।

बैठक में मुख्य रूप से सर्वेश अग्रवाल, प्रशान्त अग्रवाल, अनुज डिडवानिया, राहुल मेहता, वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक सिंह, पवन पाठक, अनुराग त्रिवेदी, अजय शास्त्री, सुनील अग्रवाल, विकास शाह, बांकेलाल आदि लोग उपस्थित थे।