Kashi ka News अखिल भारतीय मनीषी परिषद ने काशीवासियों से मोदी को निर्विरोध संसद में भेजने की अपील

अखिल भारतीय मनीषी परिषद ने काशीवासियों से मोदी को निर्विरोध संसद में भेजने की अपील।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना 
वाराणसी। दिनांक 16 फरवरी, राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक अपनी काशी के सांसद नरेंद्र मोदी को आगामी लोकसभा के लिए निर्विरोध भेजा जाना काशी सहित देश के लिए गौरव की बात होगी। उक्त बातें अखिल भारतीय मनीषी परिषद के अध्यक्ष डॉ विद्या सागर पांडेय ने आज प्रेसवार्ता के दौरान कही।
डॉ पांडेय ने कहा कि वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में काशी की जनता ने भारी मतों से नरेंद्र मोदी को अपने प्रतिनिधि के रूप में लोकसभा में भेजा। मोदी ने पत्रकारों को नामांकन के वक्त कहा था कि उन्हें माँ गंगा ने बुलाया है। काशी की ड्योढ़ी को प्रणाम किया था और उसी आत्मीय भाव से काशी की जनता ने मोदी को विजयी बनाया। उन्होंने कहा कि 2014-2023 तक के कालखंड में सांसद और प्रधानमंत्री के रूप में प्रारम्भ से लेकर अबतक किये गए इनके कार्यों की लिपिबद्ध किया जाए तो कई खण्डों की पुस्तक तैयार हो जाएगी। मोदी ने काशी के लोगों की सोच से भी बहुत आगे जाकर काशी के सांस्कृतिक मूल्यों की और धरोहरों सहित जो विकास की धारा प्रवाहित किया वह देश ही नहीं अपितु पूरी दुनिया के लिए एक उदहारण है। अभी भी प्रवाहमान विकास यात्रा अनवरत रूप से जारी है। 2017 में प्रदेश में शासन परिवर्तन के बाद लगता है कि काशी के विकास में पंख जुड़ गए है। केंद्र में सरकार गठन के बाद ट्रेड फैसिलिटी सेन्टर के निर्माण के साथ ही काशी में विकासधारा बह चली। रिंग रोड की फाइल झाड़पोंछकर निकाली गयीं। समयबद्ध रिंगरोड फेज-१ का निर्माण, गेटवे ऑफ बनारस कहे जाने वाले बाबतपुर एयरपोर्ट का निर्माण, रुद्राक्ष कन्वेशन सेन्टर का निर्माण, सर सुंदरलाल चिकित्सालय में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सुपर स्संशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में ही महामना कैंसर इंस्टिट्यूट का निर्माण, कैट स्थित बाराणसी जंक्शन का विकास एवं सौंदयीकरण, तात्कालिक मडुआडीह स्टेशन का बनारस स्टेशन के रूप में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सुविधाओं से युक्त टर्मिनल के रूप में विकास, वाराणसी स्टेशन में विकास और पुनर्निर्माण, काशी को स्मार्ट सिटी का दर्जा देते हुए मॉडल शहर के रूप में विकास, पुराने शहर और नए शहर में संकरी गलियों से लेकर सड़कों तक का हृदय और जायका के माध्यम से विकास, सड़कों का चौड़ीकरण, पुनर्निर्माण और सुसज्जित करना, पर्यावरण के लिए अनुकूल डिवाइडर का निर्माण, शहर को पेंटिंग और सोशल पेटिंग से सुसज्जित किये जाने का कार्य, हथकरघा उद्योग, कुटीर उद्योग का सु‌ट्टीकरण और निर्यात को प्रोत्साहन का कार्य, इस क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने का कार्य, प्रवासी भारतीय सम्मलेन G-20 के सम्मलेन आदि। काशी में विद्युत व्यवस्था का सु‌द्दीकरण करते हुए यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए अनेकानेक नए मार्गों का निर्माण, रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण, देश के अद्वितीय रज्ज़ मार्ग की परियोजना का आरम्भ, सब्सिडी युक्त सोलर लाइट परियोजना, एथेनील गैस प्रोजक्ट, कूड़ा प्रबंधन के कार्य, जल-मल शोधन संनियंत्रों का निर्माण और विकास, इन सब में सबसे ऊपर जगतनियंता बाबा विश्वनाथ के परिसर का अभूतपूर्व निर्माण और विकास। इनके मात्र इस कार्य से वर्तमान में काशी उत्तर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र में सबसे ऊपर है और काशी के लाखों निवासियों को स्थायी रूप से रोजगार प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि काशी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अनेक ऐसी योजनाएँ क्रियान्वित की गयी जो किसी व्यक्ति कि सोच के बहुत आगे थी, जैसे पूरे देश में इज्जत घर का निर्माण, हर गरीब को आवास, मैंने नजदीक से महसूस किया है कि ऐसे लोगों को घर मिला जो स्वप्न में भी नहीं सोच सकते थे कि मेरे पास भी अपना पक्का घर होगा, उज्जवला योजना जिससे महितों के जीवन में बदलाव आया, सौभाग्य योजना में घर-घर बिजली, जल जीवन मिशन द्वारा हर घर शुद्ध पानी, माँ गंगा कि निर्मलता और अविरलता के लिए किये गए कार्य तो अब प्रवाहमान माँ गंगा में दिखाई पड़ने लगे है, अंतर्देशीय जल परिवहन का काशी से विकास, पूरे देश में अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार राष्ट्रीय राजमागों का निर्माण और विकास, गौ-पालन, गौ-संरक्षण, मत्स्य पालन, किसानो को सब्सिडी युक्त फर्टीलाइजर और खाद, किसानों के लिए रियायतीदर पर बिजली व्यवस्था, विपणन मंडियों का विकास, कृषि और औद्यानिक उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहन, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस कि मान्यता।
राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय सेवा के लिए अनेकों महापुरुषों को भारतरत्न से विभूषित करने का कार्य, राष्ट्रीय एकीकरण के लिए कश्मीर को विभाजित करने वाली धारा 370 कि समाप्ति और भगवान श्री रामचंद्र जी के जन्म स्थान अयोध्या में भव्य राम मन्दिर के निर्माण का कार्य, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सनातन पुनर्जागरण का उत्कृष्ट उदहारण है।
महामंत्री दिवाकर द्विवेदी ने कहा कि काशी से ही दिया दिव्यांग शब्द तथा दिव्यांगों के सम्मान और पुनर्वास कि अनगिनत कार्य योजनाओं के चलते उनके जीवन में नई-नई संभावनाएं पैदा हुई। यहाँ हम इनके अन्तर्राष्ट्रीय कायों का वर्णन नहीं कर पा रहे हैं। इतना कहना आवश्यक है कि कई देशों के शासनाध्यक्ष और राष्ट्राध्यक्ष को मोदी ने काशी की सैर कराया। इस प्रकार के कार्य किसी मानव से सम्भव प्रतीत नहीं होते यह सम्पूर्ण कार्य इन्हें दैवत्व युक्त महामानव बनाता है। इनके कार्य युगों-युगों तक याद रखे जाएंगे क्योंकि काशी अविनाशी है। अब समय आ गया है कि इस युगपुरुष को काशी की जनता और जनता से जुड़े हुए जितने सांस्कृतिक संगठन, संस्थाएं, राजनीतिक अथवा गैर राजनीतिक संस्थाएं अपना स्वधर्म मानकर मोक्षदायिनी काशी, माँ गंगा, भारत देश और पूरे विश्व के लिए किये गए कार्यों के लिए अनुग्रहित भाव से लोकसभा के आगामी चुनाव में निर्विरोध रूप से लोकसभा भेजकर अपनी कृतज्ञता प्रकट करें। अखिल भारतीय मनीषी परिषद् की ओर से हम काशी के जन-जन से, सभी राजनीतिक दलों से यह अपील करते हैं कि इस अवसर को काशी की जनता अपने हाथ से न जाने दे और आग्रह पूर्वक इस युग‌दृष्टा, महापुरुष नरेन्द्र मोदी को संसद में निर्विरोध भेजे।
प्रेसवार्ता में प्रमुख रूप से डॉ विद्या सागर पांडेय, दिवाकर द्विवेदी, अम्बरीष उपाध्याय अन्य लोग उपस्थित थे।