Kashi ka News. मधुमेह,गुर्दा एवं हृदय रोग विषयक 13वां अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार कार्डियाबकान का भव्य शुभारंभ।

मधुमेह, गुर्दा एवं हृदय रोग विषयक 13वां अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार कार्डियाबकान का भव्य शुभारंभ।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना

वाराणसी। दिनांक 30 मार्च, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मालवीय सेंटर ऑफ एथिक्स एंड ह्यूमन वैल्यूज में कार्डियाबकान सोसायटी एवं पैनेसिया हॉस्पिटल एवं पैनेसिया अंतर विभागीय शोध संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय मधुमेह, गुर्दा एवं हृदय रोग के जटिलता व तकनीकी सामंजस्य विषयक 13 वां अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार कार्डियाबकान का भव्य शुभारंभ हुआ। सेमिनार में देश-विदेश के प्रख्यात 300 से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया। उसमे 40 से अधिक चिकित्सको ने नई तकनीकी पर शोध पत्र पढ़ा। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा व विशिष्ठ अतिथी रविन्द्र कुमार जायसवाल राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार उत्तर प्रदेश सरकार एवम डॉ संदीप चौधरी, मुख्य चिकित्साधिकारी वाराणसी रहे। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्डियाबकान के सचिव वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ पल्लवी मिश्रा ने किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत चेयरमैन डॉक्टर पल्लवी मिश्रा व ने डाक्टर आशुतोष मिश्रा ने अंगवस्त्रम स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। 

इस मौके पर मधुमेह एवं ह्रदय रोग पर देश के जाने-माने चिकित्सकों ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें मुख्य रुप से डॉक्टर विनितोष मिश्रा, डॉक्टर जे पी ओझा, प्रोफेसर डॉक्टर के के त्रिपाठी, नुपूर ओझा, डॉ अनूप मिश्र, डॉ जे के अग्रवाल, डॉ सोवान बागची, डॉ अनुज माहेश्वरी, डॉ जे के अग्रवाल, डॉ रेखा गुप्ता, डॉ अतुल सिंह, डॉ जिज्ञासु सिंह, डॉ हेमंत गोपाल, डॉ स्मिता भट्ट, डॉ अमित भास्कर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहें। 

अपने संबोधन में प्रख्यात मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आशुतोष मिश्रा ने कहा मधुमेह की बीमारी को केवल रक्त में चीनी बढ़ने वाली बीमारी की तरह नहीं देखा जाना चाहिए, आज जो उन्नत श्रेणी के शोध हुए हैं उनके प्रति जनता को जागरूक करना है। 

कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर उत्तम ओझा ने तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापन सारण्या ओझा ने किया। 

इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉक्टर के के त्रिपाठी, डॉ संजय राय, डॉ आनंद कुमार मौर्य, सारण्या ओझा, सूरज केशरी, प्रतिमा सिंह, ऋचा सिंह, नीरज मिश्रा, अनामिका, प्रमोदा, प्रिया, सिद्धार्थ, प्रणव मिश्रा, विकाश गिरी प्रमुख रूप से मौजूद रहें।