Kashi ka News. चंद्रा साहित्य परिषद द्वारा 31 विभूतियां हुई "साहित्य शिरोमणि सम्मान 2024" से अलंकृत।

चंद्रा साहित्य परिषद द्वारा 31 विभूतियां हुई "साहित्य शिरोमणि सम्मान 2024" से अलंकृत।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना

वाराणसी। दिनांक 23 मार्च, दिन शनिवार को उत्तर प्रदेश पत्रकार परिषद के तत्वावधान में वाराणसी के अन्य सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थाओं के सह संयोजक के रूप में उभरती हुई सामाजिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था चंद्रा सहित्य परिषद द्वारा लंका सिथत दी होटल किंग्स बनारस में आयोजित फगुआ महोत्सव, कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महेंद्र प्रसन्ना जी शहनाई वादन से हुआ, तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रभात प्रसन्ना के शिव तांडव नृत्य एवं बच्चों द्वारा भजन गायन प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी आनंद महाराज, विशिष्ट अतिथि कवि चकाचौंध ज्ञानपुरी रहे।

इस अवसर पर साहित्य व सामाजिक संस्था चंद्रा साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि राम "नरेश नरेश" द्वारा समाजिक क्षेत्र में सराहनीय तथा उत्कृष्ट कार्य निष्पादन करने वाले साहित्यकारों, पत्रकारों, चिकित्सकों और समाजसेवियों सहित 31 विभूतियों को माल्यार्पण, अंग वस्त्रम्, प्रसस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर साहित्य शिरोमणि सम्मान 2024 से अलंकृत किया गया।

इस अवसर पर कवियों में मुख्यतः डॉ तारकेश्वर मिश्रा, डॉ महेंद्र नाथ तिवारी अलंकार, मंच संचालक कवि सिद्ध नाथ शर्मा सिद्ध, दीपक दबंग, संतोष प्रीत, भुलक्कड़ बनारसी, कंचन सिंह परिहार, गिरीश पांडेय आदि ने अपनी रचनाओं से सबको खूब हंसाया।

सम्मानित होने वालों में वरिष्ठ पत्रकार डॉ कैलाश सिंह विकास, काली शंकर उपाध्याय, विशाल चौरसिया, आनंद सिंह अन्ना, डॉ. सुभाष चंद्रा, डॉ ओ पी शर्मा वरिष्ठ रेडियोलाजिस्ट, विनोद राव छाया कार, डॉ राजीव गौतम, योगेंद्र कुमार सहित 31 विभूतियां सम्मानित हुई।

इस अवसर पर चंद्रा साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम नरेश "नरेश" ने अपने संबोधन में इस संस्था के माध्यम से शिक्षा का व्यापक प्रचार-प्रसार, नारी शक्ति संबर्धन, अंधविश्वास तथा समाजिक कुरीतियों के लिए सबको समय-समय पर जगाते रहने पर बल दिया।

कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ राजेश मिश्रा राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पत्रकार परिषद ने किया।

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कंचन सिंह परिहार वाराणसी जिला- पुस्तकालय अध्यक्ष ने कहा कि चंद्रा साहित्य परिषद के साथ सहयोग और सुझाव से जुड़ना ही इस संस्था की संस्थापक स्व. चंद्रावती नरेश के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि एवं उनके उद्देश्यों की पूर्ति होगी।