Kashi ka News. भाष्कर के असाधारण प्रदर्शन ने नए मानक स्थापित किए, साथी छात्रों को प्रेरित किया- कुलपति

भाष्कर के असाधारण प्रदर्शन ने नए मानक स्थापित किए, साथी छात्रों को प्रेरित किया- कुलपति 

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना

वाराणसी। दिनांक 19 अप्रैल, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के बीएड विभाग 

के प्रतिभाशाली छात्र भास्कर तिवारी ने हाल ही में संपन्न संयुक्त केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) में देशभर में संस्कृत में सर्वोच्च अंक प्राप्त करके इतिहास रच दिया है।  

श्री तिवारी के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कुलपति प्रो बिहारीलाल शर्मा ने उन्हें बधाई दी है। मेधावी छात्र तिवारी की सफलता उनकी कड़ी मेहनत और प्राचीन भाषा के प्रति समर्पण का प्रमाण है। उनकी यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि साथी छात्रों और संस्कृत के विद्वानों के लिए प्रेरणा भी है। 

प्रो शर्मा ने तिवारी को बधाई देते हुए छात्र की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया और उन्हें अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्टता जारी रखने एवं संस्था के प्रति श्रद्धा रखने के लिए प्रोत्साहित किया। तिवारी की उपलब्धि अकादमिक समुदाय में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और उनकी सफलता की कहानी से कई युवा विद्वानों को संस्कृत और अन्य शास्त्रीय भाषाओं के प्रति अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होने की उम्मीद है।

कुलपति प्रो शर्मा ने कहा कि संस्कृत भाषा के प्रति अनुराग होने से संस्कृति एवं संस्कार से परिष्कृत मेधावी छात्र भाष्कर एक दिन भारतीय प्रशासनिक सेवा अथवा दूसरी सेवाओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश की सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान देंगे।

कुलपति के कार्यालय में उनसे शुभकामना सम्मान पाकर मेधावी छात्र भाष्कर ने बताया कि आज यह सम्मान पाकर अत्यंत उत्साहित और गौरवान्वित हूं,यहां के विद्यार्थियों को सदैव अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक,ईमानदार और निष्ठावान होकर कार्य करना चाहिए, संस्कृत देववाणी है इसका अध्ययन सदैव साधना और समर्पण के साथ करने से यश और मान-सम्मान मिलता रहेगा।इस सफ़लता के पीछे कुलपति का सदैव प्रेरणा, वेद विभाग के आचार्य प्रो महेंद्र पाण्डेय, डॉ विशाखा शुक्ला का योग्य मार्गदर्शन एवं माता-पिता तथा सभी गुरूओं, मित्रों की शुभकामना का प्रतिफल है।

ज्ञातव्य है कि मेधावी छात्र भाष्कर तिवारी शास्त्री,पर्यंत उच्च श्रेणी में अंक प्राप्त करते हुए इस वर्ष उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान से वेद पण्डित पुरस्कार/ सम्मान से सम्मानित किया गया है।