Kashi ka News. महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी द्वारा प्रो ओमशंकर के आमरण अनशन को 20 दिन जुस पिलाकर समाप्त कराया गया।

महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी द्वारा प्रो ओमशंकर के आमरण अनशन को 20 दिन जुस पिलाकर समाप्त कराया गया।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी। दिनांक 30 मई, स्वास्थ्य के अधिकार और बीएचयू में बिस्तर को लेकर लागतार 20 दिनो से बैठे आमरण अनशन को डॉ ओमशांकर ने आज प्रातः 10 बजे किया समाप्त। गांधीजी के प्रपौत्र तुषार गांधी एवं भूतपूर्व काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष एवं JNU प्रोफेसर रहे आनंद कुमार के मनाने पर डॉ ओमशंकर ने अपना अनशन तोड़ा । 

इस दौरान सर्व-धर्म समभाव का उदाहरण पेश करते हुए सभी संप्रदायों के धार्मिक प्रतिनिधि गुरु मौजूद भी रहे। 

हिन्दू धर्म के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद एवं अन्य धार्मिक गुरुओं के अपील के बाद जनहित में उनसे अनशन तोड़ने की अपील की। 

इस अवसर पर प्रख्यात गांधीवादी प्रचारक तुषार गांधी ने कहा कि प्रोफेसर ओमशंकर ने समाज के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर गांधीवादी तरीक़े से आमरण अनशन करके इसे राष्ट्रव्यापी मुद्दा बनाया है हम सब नागरिक समाज के लोगों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि इसे देश के हर राज्य हर जिले मे पहुचाए ताकि भारत में रहने वाले सभी भारतीयों को स्वास्थ्य और शिक्षा का मौलिक अधिकार प्राप्त हो । वहीं प्रोफेसर आनंद ने भी प्रशासन के व्यवहार को संवेदनहीन बताया क्योंकि ऐसे विश्व विख्यात डॉक्टर के मांगो का संज्ञान तक नहीं ले रही है। 

उन्होंने आगे बताया कि इन्होने पूरे बनारस को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति जागरूक किया है ,जहाँ प्रकृति से दोष हो जाता है उसका मरम्मत करने का काम डॉक्टर ही करते है। 

इनके अलावा वाराणसी ऐपवा की सचिव कुसुम वर्मा, हास्य कलाकार अभय शर्मा, आईआईटी के प्रोफेसर आर के मंडल, सर्व सेवा संघ से रामधीरज, राष्ट्रीय किन्नर समाज की अध्यक्ष सलमा, अवेकन इंडिया मूवमेंट से फ़िरोज़ मौजूद रहे। साथ में बीएचयू से महिला महाविद्यालय से प्रोफ़ेसर प्रतिमा गोंड एवं हिंदी विभाग, दर्शनशास्त्र विभाग, आंग्ल विभाग के भी प्रोफेसर मौजूद रहे। सभी ने प्रोफेसर ओम शंकर से समग्र रूप से अनशन तोड़ने और आंदोलन को आगे बढ़ाने की बात की।

प्रोफेसर आंनद कुमार ने स्वास्थ्य शिक्षा क्रांति आन्दोलन को भविष्य मे पुरे देश मे चरणबद्ध तरीके से चलाने की घोषणा की।

इस अवसर पर सर्वसमाज के धर्मगुरूओ की उपस्थिति रही जिनमें प्रमुख रुप से बौद्ध धर्म के धर्माचार्य सारनाथ से भन्ते चंदिमा, संतमत अनुयायी मठ गढवा घाट से स्वामी प्रकाशध्यानानंद, शहर काजी मौलाना मुफ्ती बातिन, फादर आनंद, गुरुद्वारा कमेटी के मुख्य ग्रंथी जसविंदर सिंह, हरभजन सिंह, गुरूविन्दर सिंह, रविन्द्र सिंह, अयोध्या से सुखराम दास, गोवर्धन पूजा समिति अध्यक्ष विनोद यादव, स्वामी रमेशानन्द सरस्वती रमना, बाबा सुखराम जी आदि मौजूद रहे।