Kashi ka News. वाराणसी व्यापार मंडल के तत्वावधान में व्यापारिक सम्मेलन व मतदाता जागरूकता का आयोजन।

वाराणसी व्यापार मंडल के तत्वावधान में व्यापारिक सम्मेलन व मतदाता जागरूकता का आयोजन।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी। दिनांक 26 मई, दिन रविवार को वाराणसी व्यापार मण्डल के तत्वाधान में एक व्यापारिक सम्मेलन व मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के डी आर बक्वेट हॉल, नाटी इमली में अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा और महामंत्री कविंद्र जायसवाल के अध्यक्षता एवं नेतृत्व में आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर के लक्ष्मण सांसद राज्य मंत्री राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा ओबीसी मोर्चा, विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान के विधायक गोपाल शर्मा, रविंद्र कश्यप राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार एवं प्रमुख रूप से जितेंद्र कुमार तिवारी समाजसेवी, मोहसिन राजा सदस्य विधानपरिषद, रमेश निरंकारी, मनोज मद्धेशिया अध्यक्ष फूलपुर करिख्यावा व्यापार मंडल सभी ने एकमत से कहा की काशी दुनिया से न्यारी नगरी है जो हमेशा दुनिया को संदेश दिया है आदिकाल से और इस बार भी काशी की जनता नें मन बना लिया है की काशी की धरती से शत प्रतिशत मतदान करने का विभिन्न सामाजिक संस्थाएं, धार्मिक संस्थाएं, व्यापारिक संस्थाएं, व्यापार मंडल के सभी रहनुमाओं का एक उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा वोटिंग हो, समाज में पहले के अपेक्षा जागरूकता बढ़ी है, समाज में चेतना बढ़ी है, पहले दुनिया में आतंकवाद था, कश्मीर का आतंकवाद था, कश्मीर में पत्थर बाजी होती थी, आए दिन व्यापारी लूट लिए जाते थे, देश व प्रदेश में जैसे जंगल राज चल रहा था, देश का सभी व्यक्ति यह मान बैठा था कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता लेकिन विगत 10 वर्षों से यह दिखाई देने लगा है कि एक क्षेत्र में नहीं अपितु समाज के सभी क्षेत्र में विकास का कार्य होने लगा है, लोगों में उत्साह का वातावरण है, आम जनता राष्ट्र के बारे में सोचने लगी है वह समझ चुकी है कि राष्ट्र हित ही सर्वोपरि हित है। लोग उत्तर प्रदेश का मजाक उड़ाते थे और कहते थे कि उल्टा प्रदेश है लेकिन अब यह उत्तम प्रदेश बन कर सिद्ध कर दिया कि लॉ और ऑर्डर के मामले में इससे बढ़िया प्रदेश कोई नहीं है, यह केवल इसीलिए मुमकिन हुआ क्योंकि हमारे सेंट्रल के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार अपना कार्य बखूबी से निभा रही है और जब नेतृत्व अच्छा होता है तो उसके अधीन सभी कार्य अच्छे तरीके से होते हैं। पहले हर कस्बे हर मोहल्ले गुंडो की रंगबाजों की माफिया की अपनी सरकार चलती थी, लूट हत्या डकैती बलात्कार यह आम बात हुआ करती थी, लोग सोचते थे यह ऐसे ही चलता रहेगा, व्यापारियों से फिरौती मांगना आम था लेकिन यह योगी के सरकार नें यह दिखा दिया कि किसी सरकार की इच्छा शक्ति दृढ़ निश्चय अगर हो तो यह सभी कानून विरोधी और देश विरोधी कार्य बंद हो सकते हैं। पहले माफिया से जुड़कर जो हमारे युवा समाज थी युवा शक्ति थी वह अपने को गौरववान्वित महसूस करता था और सोचता था कि हमारा भविष्य इसी में है लेकिन आज का युवा शक्ति यह समझ गया है कि जो कार्य करना है वह राष्ट्र हित में कार्य करना है देश के हित में कार्य करना है इसी से अपना उत्थान हो सकता है, परिवार का उत्थान हो सकता है, समाज का उत्थान हो सकता है, यह सोच इसी वजह से उत्पन्न हुआ क्योंकि हमारा नेतृत्व जो मोदी सरकार का नेतृत्व है वह उत्तम है, आज परिणाम बदल चुका है, समय बदल चूका है, आज पाकिस्तान भी समझ चूका है की कुछ गडबड अगर हमने किया तो ये मोदी की सरकार है जो अंदर घुस कर मारती है। अब पूरी जनता, हर व्यापारी यह समझ चूका है की आज हमारे बीच सुभाष चंद्र बोस के रूप में मोदी जी शासन कर रहे है, आज मोदी एक सोच बन चुकी है, हर दिल की धड़कन हो गयी है, आज हर व्यक्ति ये सोच लिया है की वोट देंगे तो मोदी को ही, सभी व्यपारियों नें निश्चय किया है की अपने वोट के साथ दस और परिवारों को वोट अपनें प्राध्यामंत्री मोदी को दिलवाने का निश्चय किया।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से संजय गुप्ता, मनीष गुप्ता, दीप्तिमान देव गुप्ता, अथर अज़ाज़, राजीव वर्मा, दिलीप चौहान, चंचल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार साहू, सरोज कुमार साहू, सच्चेलाल, सुजीत चौरसिया, लखन शर्मा, संदीप कुमार यादव, अमित गुप्ता, सच्चेलाल, हाजी शहीद कुरैशी, देवेंद्र वर्मा, देव गुप्ता राजू, असद आफरीन, शरद गुप्ता, अचल मौर्या, चांदनी श्रीवास्तव, रिंकू प्रजापति, रेनू यादव, वीणा सिंह, अंजना श्रीवास्तव, सुमन जायसवाल, प्रिया अग्रवाल, संगीता साहू, शंकर साहू, सोहन लाल सेठ, ईश्वर सिंह, जय प्रकाश, आनंदजी, प्रवेश गुप्ता, विनोद गुप्ता, बृजेश पटेल, मनोज कुमार, अशोक कुमार पटेल, विनोद पटेल, प्रमोद कुमार, राकेश पटेल, संजय सेट, मारकंडे यादव, शेखर, श्याम लाल, सुजीत वर्मा, मनोज यादव, राकेशजी, श्यामलाल जायसवाल, सुनल निगम, सविता सेठ, पिंकी सेठ, साक्षी सिंह, दीपक प्रजापति, सचिन मौर्या, विनोद कुमार चौरसिया, विजय शंकर, मैडसूदन प्रताप सिंह, अशोक सिंह, राजीव विश्वकर्मा आदि व्यापारीगण उपस्थित थे।