Kashi ka News. पत्रकारों ने किया सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता का बहिष्कार।

पत्रकारों ने किया सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता का बहिष्कार।

 ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी। दिनांक 27 जुलाई, बीते दिनों वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने सर्किट हाउस में घुसने पर पत्रकारों पर रोक लगा दिया, वहीं सत्तापक्ष के छुटभैये नेता दिनभर बैठ कर कुर्सी तोड़ते है लेकिन उनके लिए कोई रोक नही है। पिछले हफ्ते सर्किट हाउस में बैठे पत्रकारों को पुलिस के एक एसीपी ने बाहर कर दिया व पुलिस कमिश्नर का हवाला देते हुए सर्किट हाउब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना स में बिना आदेश घुसने पर पाबंदी लगा दी, जिससे पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है।

शुक्रवार को जब नेता प्रतिपक्ष एमएलसी बिहारीलाल यादव ने सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता रखी तो पत्रकारों ने सर्किट हाउस में किसी भी तरह के पत्रकार वार्ता का बहिष्कार कर दिया। जिसकी जानकारी होने पर नेता प्रतिपक्ष ने जिला मुख्यालय स्थित पेड़ के नीचे पत्रकार वार्ता की, सपा शिक्षक एमएलसी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि मैं यहां पर अपने कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए आया था लेकिन मेरे कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि सर्किट हाउस में जिला पुलिस प्रशासन द्वारा पत्रकारों को रोक दिया गया है, मुझे यह सुनकर काफी कष्ट हुआ, जिस मीडिया को स्वतंत्रता होनी चाहिए वह ऐसे तुगलगी फरमान को झेल रहा है, मुझे पता चला कि यहां की प्रशासन ने पत्रकारों को रोक दिया है इसकी मैं भर्त्सना करता हूं।

उन्होंने कहा कि पत्रकारों को बाबा भीमराव अंबेडकर ने भारत के संविधान में चौथे स्तंभ को जो आजादी व अधिकार दिया है, उसको सरकार और सरकार के लोग ही इसकी आजादी लोग छीन रहे हैं, इस तरह के कार्यवाही से लोकतंत्र को खतरा बढ़ गया है। लोकतंत्र में जनता अपनी बातों को कहना चाहती है सरकार तक पहुंचाना चाहती है उसको पहुंचने से यह लोग रोक रहे हैं, इसलिए लोकतंत्र से इन लोगों को खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर मैं सदन में उठाऊंगा