Kashi ka News. आनन्द क्रिकेट अकादमी वाराणसी का बेसिक ट्रेनिंग सेशन नई दिशा प्रोग्राम एवं सम्मान समारोह संपन्न।

आनन्द क्रिकेट अकादमी वाराणसी का बेसिक ट्रेनिंग सेशन नई दिशा प्रोग्राम एवं सम्मान समारोह संपन्न।

ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना

वाराणसी। दिनांक 25 अगस्त, दिन रविवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित एवं ख्यातिलब्ध आनन्द क्रिकेट अकादमी वाराणसी द्वारा स्थानीय होटल शिवाय ग्रैंड शिवाला में स्व मोहनलाल चौरसिया एवं स्व प्रेमा देवी चौरसिया के स्मृति में आयोजित बेसिक ट्रेनिंग सेशन एवं संरक्षक रत्न अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएमएस बीएचयू के डायरेक्टर ख्यातिप्राप्त सर्जन प्रो एस एन शंखवार व गेस्ट ऑफ ऑनर प्रख्यात ज्योतिष विद्वान प्रो चंद्रमौली उपाध्याय, प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायक पद्मश्री डॉक्टर राजेश्वर आचार्य तथा विशिष्ट अतिथि सी एम एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ विश्वनाथ दूबे आनन्द क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष डॉ अजय चौरसिया एवं सीनियर एडवोकेट विंध्याचल चौबे थे।

समारोह का संचालन आनन्द क्रिकेट अकादमी के संस्थापक सीनियर क्रिकेटर पी पी आनन्द मिश्रा एडवोकेट ने किया।

समारोह में अभिभावक "संरक्षक रत्न अलंकरण" से श्रीमती पूजा पटेल, श्रीमती अनिता यादव, कृष्णकांत तिवारी एवं सत्यप्रकाश सिंह को सम्मानित किया गया।

वाराणसी क्रिकेट के इतिहास में पहली बार अविजित त्रिशतकीय साझेदारी निभाने के लिए आनन्द क्रिकेट अकादमी के कैप्टन ऋषभ मिश्रा को बेहतरीन अविजित शतक=138 रन के लिए एवं निशांत राय को बेहतरीन अविजित शतक=167 के लिए सम्मानित किया गया।

आनन्द क्रिकेट अकादमी के ट्रेनी प्लेयर प्रथम चतुर्वेदी को बेस्ट रेगुलर क्रिकेटर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में "संरक्षक रत्न अलंकरण" से सम्मानित होने वाले गणमान्य व्यक्ति प्रो चंद्रमौली उपाध्याय, डॉ अजय चौरसिया, डॉ विश्वनाथ दूबे, विंध्याचल चौबे एडवोकेट, ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव रंजन मिश्रा एडवोकेट सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष उदयनाथ शर्मा एडवोकेट, अमित तिवारी एडवोकेट, अनुराग पांडे एडवोकेट, यतींद्रनाथ शुक्ला एडवोकेट आदि अतिविशिष्ट लोगो को आनन्द क्रिकेट अकादमी ने सम्मानित किया।

समारोह में प्रमुख रूप से सुरेन्द्र सिंह एडवोकेट, पियूष, आचार्य संदीप आचार्य सहित अकादमी के सैकड़ों छात्र व अभिभावक, गणमान्य नागरिक एवं पत्रकार आदि मौजूद थे।