श्री द्वारकाधीश सत्संग सेवा द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा का समापन।
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 22 नवम्बर, गौदोलिया स्थित जंगमबाडी मठ के परिसर मे श्री द्वारकाधीश सत्संग सेवा परिवार महाराष्ट्र द्वारा आयोजित श्री काशी विश्वनाथ धाम में चल रहे पांच दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का भव्य समापन हुआ।
उक्त अवसर पर कथा व्यास श्री 1008 आचार्य स्वामी शिवेंद्र चैतन्य महाराज, अध्यक्ष त्रिमूर्ति हनुमान मंदिर ऐश्वर्य संस्थान,कोल्हार, महाराष्ट्र द्वारा काशी में श्री शिव महापुराण कथा के श्रवण के फल एवं पुण्य के महत्व को बताया कि शिव महापुराण कथा का श्रवण करने से मनुष्य के सभी पाप कट जाते हैं तथा जीवन में यश, समृद्धि की वृद्धि होती है। काशी में शिव महापुराण कथा को कहना और सुनना बहुत ही दुर्लभ व लाभकारी संयोग माना जाता है। काशी के धरती पर जन्म लेना, सांस लेना, गंगा स्नान लाभ लेना, जीवन के सबसे पुण्य कार्यो के कारण प्राप्त होता है।
महाराष्ट्र निवासी कथा के जजमान राहुल किशनराव तारे व मेघा राहुल तारे ने बताया कि काशी में शिव महापुराण पाठ को श्रवण करने के बाद जो अनुभूति हो रही है वह बता पाना मुश्किल है, हम धन्य हो गए, हम सौभाग्यशाली है कि महाराज के माध्यम से हमें इस पुण्य में भागीदारी होने सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने ने बताया कि पांच दिनों चले कथा के दौरान रोजना चल रहें भंडारे में हजारों लोग प्रसाद ग्रहण करते रहे।