पत्रकार आचार संहिता का पालन करें- डॉ प्रमोद वाचस्पति
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 30 दिसंबर, आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन का 24वां स्थापना दिवस समारोह वालीवुड पेईंग गेस्ट हाऊस, आशापुर में सकुशल संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश के 22 जिलों तथा उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व ओमान से सैकड़ो पत्रकारों शामिल हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के वरिष्ठ राष्ट्रीय संरक्षक प्रभु नारायण पांडे प्रेमी ने किया एवं विशिष्ट अतिथी आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन राष्ट्रीय संरक्षक डॉ सी डी सिंह, प्रमुख सहयोगियो में राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव संजय पांडेय, राष्ट्रीय मुख्य महासचिव डॉ आर पी विश्वकर्मा, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव भूपेंद्र अग्रहरि, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष विवेकानंद पांडेय, उत्तराखंड प्रभारी डॉ उदय शंकर भगत, काशी हिंदी विद्यापीठ के कुलाधिपति सुखमंगल सिंह मंगल, इंद्रजीत तिवारी निर्भीक केंद्रीय संपर्क प्रमुख सार्जेंट अभिमन्यु पांडेय, प्रकाश कुमार श्रीवास्तव गणेश आदि मंचासीन सीन रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन से किया गया। मां सरस्वती का वन्दना मध्य प्रदेश की पत्रकार, कवयित्री डॉ अरुणा पाठक आभा द्वारा प्रस्तुत किया गया। संस्था की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा का परिचय व विवरण कार्यक्रम के संचालक संजय पांडेय द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के वार्षिक प्रकाशित "स्मारिका सन 2024 "का विमोचन मंचासीन अतिथियों के गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। अतिथियों एवं आए हुए पत्रकारों को स्मारिका वितरण करने के बाद सम्मान पत्र, मोमेंटो, मेडल और अंगवस्त्रम देकर के सम्मानित किया गया।
आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रमोद वाचस्पति ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारों को आचार संहिता के अनुसार पत्रकारिता करना चाहिए ताकि उन्हें कभी किसी प्रकार की असुविधा न हो और पत्रकार उत्पीड़न की कोई घटना ना हो पाए। पत्रकारों को अपनी लेखनी के माध्यम से पहचान मिलती है। यदि पत्रकार अपनी लेखनी में तेज धार रखेंगे और सच्चाई व इमानदारी के साथ पत्रकारिता करेंगे तो शासन और प्रशासन स्वयं उनके सामने नतमस्तक हो जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय संरक्षक प्रभु नारायण प्रेमी जी ने संस्था के शुरुआती दौर से लेकर अब तक के संघर्षों व प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए अपने अनुभवों को साझा किया और पत्रकारों को एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया।
राष्ट्रीय संरक्षक डॉ सी डी सिंह ने कहा कि पत्रकारों को समाचार संकलन एवं समाचार लेखन करते समय निष्पक्ष पत्रकारिता का ध्यान रखना चाहिए। पत्रकार का समाज में एक विशिष्ट स्थान होता है। जिस पर शासन, प्रशासन को भी मार्गदर्शन कराने का दायित्व होता है।इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रांतो एवं जनपदों से आए हुए पत्रकारों ने भी पत्रकारों के हितों की रक्षा एवं पत्रकार उत्पीड़न और पत्रकार संगठन की मजबूती के संदर्भ मे डॉ आर पी विश्वकर्मा, भूपेंद्र अग्रहरि, विवेकानंद पांडेय, संजय कुमार बबलू , संतोष कुमार नागर, संजय सिंह, सीताराम मध्येशिया, डॉ ओ पी शर्मा, जयचंद, अखिलेश मिश्रा, विशाल सिंह, सुख मंगल सिंह, डॉ वेद प्रकाश श्रीवास्तव, श्रीमती सावित्री शुक्ला, ओम प्रकाश गुप्ता सहित अनेकों लोगों ने अपना विचार व्यक्त किया।अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन कवि इन्द्रजीत तिवारी निर्भीक के संयोजन/ संचालन में कवि सुखमंगल सिंह मंगल, कवि सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध, डॉ सुबाष चन्द्र, राकेश चन्द्र पाठक महाकाल, सार्जेंट अभिमन्यु पाण्डेय, डॉ वेदप्रकाश श्रीवास्तव, अरूणा पाठक आभा, संजय पाण्डेय सरस, भजन गायक गोपाल त्रिपाठी, अनुज दूबे, प्रज्ञा श्रीवास्तव, दामोदर दबंग सहित अनेकों रचनाकारों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
आगंतुकजनों का स्वागत कवि इन्द्रजीत तिवारी निर्भीक, प्रिंस जायसवाल धन्यवाद आभार प्रकाश कुमार श्रीवास्तव गणेश एवं डॉ सुबाष चन्द्र ने किया।