शंकराचार्य के काशी पधारने पर भक्तों ने किया स्वागत वंदन।
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 23 दिसंबर को शीतकालीन चारधाम यात्रा पूर्ण कर तय कार्यक्रम से एक दिन पहले ही काशी पधारने पर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज का संतों व भक्तों ने पुष्पाभिनंदन कर वंदना किया।
शंकराचार्य महाराज का श्रीविद्यामठ में वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य डॉ हरिप्रकाश पाण्डेय ने सपत्नीक सावित्री पाण्डेय के साथ चरणपादुका पूजन किया।
इस अवसर पर महाराज ने कहा कि अनन्त जन्मों के पुण्य कर्मों के फलों के उदित होने पर जीव को काशीवास सुलभ होता है। इसलिए काशीवासियों के दृढ़ता से धर्म का पालन करना चाहिए। ताकि वो मोक्ष के भागी बन सकें।
उक्त जानकारी देते हुए महाराज के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि शंकराचार्य महाराज वायुमार्ग से बाबतपुर पहुंचें। जहां पर रवि त्रिवेदी, यतीन्द्र चतुर्वेदी, कीर्ति हजारी शुक्ला के नेतृत्व में भक्तों ने दिव्य स्वागत किया। बाबतपुर से शंकराचार्य महाराज कचहरी में रमेश उपाध्याय व सतीश अग्रहरी के नेतृत्व में अधिवक्ता बन्धुओं द्वारा पंडित मदनमोहन मालवीय जी के हिंदी तिथि के अनुसार मनाए जाने वाले जयंती समारोह में भी सम्मलित हुए। कचहरी पहुचने पर अधिवक्ता बन्धुओं ने माल्यार्पण और जयघोष के साथ स्वागत अभिनंदन किया। कचहरी से शंकराचार्य महाराज सड़क मार्ग से राजघाट पहुंचे। राजघाट से गंगाजल मार्ग से शंकराचार्य जी महाराज केदारघाट के बगल में स्थित श्रीविद्यामठ में पहुचें जहां पर महाराज जी 24,25 दिसम्बर को प्रवास करेंगे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सर्वश्री साध्वी पूर्णाम्बा दीदी, साध्वी शारदाम्बा दीदी, सजंय पाण्डेय मीडिया प्रभारी, ब्रम्हचारी परमात्मानंद, पं त्रिलोचन शर्मा, बसंत राय भट्ट, डॉ साकेत शुक्ला, डॉ विकास तिवारी, अमित पाण्डेय, पं सदानंद तिवारी, अर्थशास्त्री मिथिलेश झां, अभय शंकर तिवारी, किशन जायसवाल, आशीष गुप्ता, दीपेंद्र सिंह, पं अमित दीक्षित, अजय सिंह, सुभाष सिंह, लता पाण्डेय, शारदा अम्मा, ममता मिश्रा आदि लोग शामिल थे।