काशी में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, कमिश्नर ने की लोगों से सहयोग की अपील।
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 29 जनवरी, महाकुंभ के पलट प्रवाह को ध्यान में रखते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने काशीवासियों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और श्रद्धालुओं का सहयोग करें।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि भीड़ प्रबंधन और सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए आमजन का सहयोग आवश्यक है। काशी जोन में मौजूद 84 गंगा घाट, श्री काशी विश्वनाथ धाम, कालभैरव मंदिर, संकटमोचन मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर, बीएचयू का नया विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। मंगलवार को महाकुंभ के पलट प्रवाह के तहत नौ लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। सुबह साढ़े तीन बजे से ही हर-हर महादेव के जयघोष के बीच श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रवेश द्वारों पर 2 से 4 किलोमीटर लंबी लाइनें देखी गईं। सबसे लंबी कतार कॉरिडोर गेट नंबर 4 से लेकर विश्वेश्वरगंज मंडी स्थित पोस्ट ऑफिस तक फैली रही, जिससे भक्तों को 4-5 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि सिगरा स्थित सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के 2500 से अधिक कैमरों और ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है। गंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जल पुलिस, पीएसी, बाढ़ राहत दल, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं। वाराणसी के सभी स्कूल-कॉलेजों को अधिग्रहीत कर लिया गया है, जिससे जरूरत पड़ने पर वहां वाहनों की पार्किंग और श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की जा सके।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि दशाश्वमेध, चौक, लक्सा, कोतवाली, जैतपुरा, आदमपुर, सिगरा, चेतगंज, भेलूपुर, लंका और चितईपुर थाना क्षेत्रों में बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकलें और वाहन का सीमित उपयोग करें। शहर में यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस ने ऑटो और ई-रिक्शा के लिए विशेष मार्ग निर्धारित किए हैं। ऑटो और ई-रिक्शा को भदऊं चुंगी से गोलगड्डा, कैंट रेलवे स्टेशन, लहरतारा, मंडुवाडीह, भिखारीपुर, सुंदरपुर होते हुए लंका तक जाने की अनुमति दी गई है। शहर के अंदरूनी हिस्सों में इन वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि दवा और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े वाहन चालकों को यदि आवश्यक कागजात उपलब्ध हैं, तो उन्हें रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक आवागमन की अनुमति दी जाएगी। पुलिस प्रशासन ने वाराणसी के निवासियों और श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे भीड़ प्रबंधन में सहयोग करें और नियमों का पालन करें, जिससे शहर में यातायात और सुरक्षा बनी रहे। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी को संयम और अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी गई है।