जबरन जमीन कब्जा किये जाने को लेकर की गई प्रेसवार्ता।
ब्यूरो चीफ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 20 फरवरी, हम वाराणसी के चौबेपुर थाना अंतर्गत रजवाड़ी गांव के निवासी हैं, रोजी-रोटी के सिलसिले में हम चार भाई और उनके परिवार देश के अलग-अलग कोने में रहते हैं, वर्ष 1982 में हमारे स्व पिता संकठा सिंह एवं स्व माता श्रीमती सूर्या देवी ने सिगरा थाना अंतर्गत छित्तूपुर इलाके में 2.96 बिस्वा जमीन क्रय किया था उन लोगों के स्वर्गवासी हो जाने के उपरांत यह जमीन, उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग में खसरा और खतौनी में हम लोगों के नाम पर पर दर्ज हो गई और भूलेख पोर्टल पर भी सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हो गई। जमीन का खसरा, प्रमाणित खतौनी और ओरिजिनल रजिस्ट्री हमारे पास है। इस प्लॉट के ठीक बगल में मिडवे अस्पताल द्वारा हमारी ज़मीन पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। उक्त बातें प्रेसवार्ता के दौरान डॉ राकेश प्रताप सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि इस निजी अस्पताल के संचालक डॉ विजय पति द्विवेदी वर्तमान में बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी हैं, हम चारों भाई पिछले 5 फरवरी 2025 से लगातार परेशान हैं, मेरे बड़े भाई दिनेश प्रताप सिंह ने 6 फरवरी को सिगरा थाने पहुंचे और थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा को जमीन रजिस्ट्री का पेपर व खतौनी दिखाया, फिर डॉ साहब निर्माण जारी रहा, तत्पश्चात 8 फरवरी 11:28 पर दिनेश प्रताप सिंह ने सिगरा में थाना दिवस पर लिखित तहरीर दिया जो थाने के रजिस्टर में एंट्री के बावजूद हमे थाने द्वारा 112 पर कॉल करने की राय दी गई। दिनेश कुमार सिंह द्वारा दिनांक 8 फरवरी को 112 कॉल पर पुलिस द्वारा निर्माण रुकवाया गया एवं काम न करने की हिदायत दी गई। लेकिन रात में पुनः निर्माण शुरू हो गया।
उन्होंने कहा बताया कि इस की जानकारी एक्स के माध्यम से यूपी पुलिस मुख्यालय लखनऊ दी गई, मुख्यालय द्वारा वाराणसी पुलिस को एक्स पर कहा गया कि मामले को तुरंत देखें, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमने पुलिस आयुक्त को 10 फरवरी को पत्र दिया, अपर पुलिस आयुक्त के एजिलरसन ने थानाध्यक्ष को आदेश दिया कि मौके पर जायें, विवाद को सुलझायें और आवश्यक कार्यवाही करे, परंतु सिगरा थानाध्यक्ष मौके पर नहीं पहुंचे और अस्पताल द्वारा हमारी जमीन पर निर्माण जारी रहा्। दिनेश प्रताप सिंह ने दिनांक 18 फरवरी को दोबारा पुलिस कमिश्नर ऑफिस में सुशील कुमार को पत्र दिया, उन्होंने एसीपी चेतगंज को कार्रवाई के लिए लिखा। कार्रवाई नहीं होने पर दिनांक 19 फरवरी को दिनेश प्रताप सिंह के छोटे भाई डॉ राकेश प्रताप सिंह (उर्फ राकेश दास) ने एंटी भू माफिया पोर्टल व मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की। इसके बाद 19 फरवरी को वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से कैम्प ऑफिस में मुलाकात की उन्होंने हमारी सारी बातों सुना और सबूतों को देखा व कार्रवाई का आश्वासन दिया। हमें उम्मीद है कि शासन-प्रशासन द्वारा मुझे न्याय मिलेगी।