Kashi ka News. गंगा की लहरों पर निकली श्रीराम कथा मंदाकिनी शोभायात्रा।

गंगा की लहरों पर निकली श्रीराम कथा मंदाकिनी शोभायात्रा। 

ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना 

वाराणसी। दिनांक 6 अपैल, मां गंगा के आंचल पर विगत 38 वर्षों से लगातार श्री राम कथा मंदाकिनी शोभायात्रा का आयोजन होता चला आ रहा है। यह आयोजन 500 वर्षों से चल रहे भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण के लिए एक गिलहरी की भांति जन जागरण का कार्य 1988 से प्रारंभ किया था। 

इस मौके पर संयोजक नवीन श्रीवास्तव ने बताया इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता का भाव पैदा करना, मां गंगा के प्रतिलोगों के अंदर स्वच्छता एवं निर्मली करण का भाव उत्पन्न करना तथा जनमानस को संकल्पित करना है। आज सायं काल 5 बजे तुलसी घाट पर 25 केवट बन्धुओं का साफा पहनाकर सम्मान किया गया। संकट मोचन मंदिर के महन्त प्रोफेसर विश्वभर नाथ मिश्र ने भगवान श्री राम की आरती कर शोभा यात्रा को गंतव्य की तरफ रवाना किया। यह शोभायात्रा माँ गंगा की लहरों पर सजे-धजे बजडों पर भगवान श्री राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के प्रसंग का जीवन का जीवंत अभिनय करते हुए ऐसा लग रहा था की मानो मां गंगा के आंचल पर तारों का वास हो गया हो। जैसे-जैसे निशा बढ़ रही थी वैसे-वैसे झांकियां का स्वरूप अत्यंत मनोहर लगने लगा। शोभायात्रा धीरे-धीरे राजघाट की ओर प्रस्थान कर रही थी। राजघाट पर सभी झांकियां का जीवंत मंचन हुआ तीन सर्वश्रेष्ठ झांकियां को पुरस्कृत किया गया तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि को सम्मानित किया गया। शोभायात्रा में कुल 20 झांकियां निकाली गयीं। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण डमरु दल वादकों द्वारा आकर्षक डमरू बजाने का मंचन किया गया। शोभा यात्रा में चल रही झांकियां में से राम दरबार की झांकी, धनुष यज्ञ की झांकी, परशुराम संवाद की झांकी, केवट प्रसंग की झांकी, संपूर्ण रामायण की झांकी आदि प्रमुख थी। उपस्थित जनसमूह ने मां गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलीकरण के लिए शपथ भी लिया और संकल्प लिया की मां गंगा के जल में किसी भी प्रकार के प्रदूषण को नहीं करने के लिए वर्ष पर्यंत कार्य किया जाएगा और लोगों को प्रेरित करेंगे की मां गंगा का जल, जल नहीं अमृत है, अतः इसके निर्मलीकरण के लिए तन-मन-धन से समाज को संकल्पित होना होगा।

मातृ शक्ति द्वारा सजे आरती थालों से भव्य आरती की गई।कार्यक्रम में मार्गदर्शक मंडल के राहुल सिंह, सांख्य योग के महामंडलेश्वर अभय सिंह, सीए सतीश जैन, मुकुल पाण्डेय,अजीत मेहरोत्रा, कार्यक्रम के मुख्य संयोजक नवीन श्रीवास्तव, सचिव ज्ञानेश्वर जायसवाल, अध्यक्ष हरीश वालिया, डॉ कमलेश तिवारी, डाॅ शिशिर मालवीय, राजेश भार्गव, राजेश बहल, सीए अजय मिश्रा, चंद्रशेखर कपूर, मनीष खत्री, प्रमोद राम त्रिपाठी, शैलेश वर्मा, विनय राय, कृष्ण देव पांडेय, आदि उपस्थित थे।