पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की हिन्दू जनजागृति मंच ने की मांग।
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 23 अप्रैल, वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध के नाम पर पश्चिम बंगाल राज्य के मुर्शिदाबाद ज़िले में हिन्दू विरोधी हिंसा में अब तक 3 निर्दोष हिन्दुओं की हत्या हो चुकी है, तथा 500 से अधिक हिन्दू परिवारों को पलायन करना पड़ा है। हिन्दुओं के घर, दुकानें, मंदिर जलाए गए, इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि वक्फ कानून की आड़ में पश्चिम बंगाल को 'दूसरा कश्मीर' बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। यह हिन्दुओं का नरसंहार कर उन्हें उस क्षेत्र से निष्कासित करने का संगठित प्रयास है। इस भयावह पृष्ठभूमि में ममता बनर्जी सरकार हिंसा को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। अतः निर्दोष हिन्दू समाज की सुरक्षा तथा संविधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु पश्चिम बंगाल में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री से आज वाराणसी के जिलाधिकारी को ज्ञापन द्वारा की है।
इस अवसर पर वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, महामंत्री कविंद्र जायसवाल, संयुक्त मंत्री मनीष गुप्ता, रमेश निरंकारी, संजय गुप्ता, कृष्ण प्रभाकर, सुनील चौरसिया, अधिवक्ता संनजीवन यादव, कमलेश चंद्र त्रिपाठी, रजनीश अग्रवाल, विपुल पाठक, अधिवक्ता राजेश तिवारी, अधिवक्ता अवनीश राय, रवि श्रीवास्तव, राकेश गुप्ता, विशाल मोदनवाल, संजय गुप्ता, राजन केशरी उपस्थित थे।