वाराणसी मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा गोष्ठी का आयोजन।
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। लक्सा के श्रीनगर कॉलोनी स्थित होटल हरी विलास मे मारवाड़ी समाज की एक गोष्ठी की आयोजन में भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार लोहिया, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष केदारनाथ गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष गोपाल तुलस्यान उपस्थित रहे। सर्वप्रथम अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन वाराणसी के अध्यक्ष अनुज डीडवानिया, महामंत्री हेमदेव अग्रवाल ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर दुपट्टा ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार लोहिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा निर्दोष हिंदू पर्यटन की जघन्य हत्या के विरोध में आज हम सभी मारवाड़ी समाज के लोग दुखी है, उनकी आत्मा की शांति के लिए हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। वाराणसी के सांसद एवं देश की लोकप्रिय प्रधानमंत्री से इस घटना में शामिल दुदान्त सभी आतंकियों व उनको पनाह देने वाले को कठोरतम सजा देने एवं पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित उनके शिविर को नेस्तनाबूद करने की मांग करते हैं।
मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। केदारनाथ गुप्ता ने कहा कि मारवाड़ी समाज मानवता के कल्याण में उच्चतम शिखर पर है, मारवाड़ी समाज में सदैव राष्ट्र प्रेम जन सेवा को प्राथमिकता दी है। नई पीढ़ी इस विरासत को बढ़ावा दे रहा है। मारवाड़ी समाज हमेशा से सामाजिक सेवा समाज को देता रहा है। मारवाड़ी जो ठान लेता है वह करके रहता है।
प्रदेश अध्यक्ष गोपाल तुलस्यान, प्रदेश उपाध्यक्ष गोकुल शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि अर्थतंत्र सनातन धार्मिक प्रवृत्तियों के जीने वाले मारवाड़ी हर समाज में एक दूसरे के साथ मिलकर रहने वाले हैं, मारवाड़ी अभाव को भाव देता है। युवा वह है जिनमें उमंग है जो वर्तमान जीता है, बड़ा सपना देखना, उनके पीछे भागता है। वाराणसी अध्यक्ष अनुज डीडवानिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत सरकार से हम सभी लोगों की मांग हैं कि राजस्थानी भाषा को अनुसूची में शामिल करना चाहिए।
संचालक पवन अग्रवाल, धन्यवाद ज्ञापन हेमदेव अग्रवाल ने किया।कार्यक्रम में सर्वश्री गोकुल शर्मा प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रचार मंत्री सुरेश तुलस्यान, महेश चौधरी, दीपक अग्रवाल, कृष्ण कुमार काबरा, दिलीप खेतान, विजय मोदी, दीपक माहेश्वरी, अनिल सराफ, श्याम सुंदर अग्रवाल, राजेश कट्टानी, यदुदेव अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में मारवाड़ी समाज के सदस्य उपस्थित थे।