काशी में सिंदूर तिरंगा यात्रा: राष्ट्र के प्रति एकता और समर्पण का संदेश-कुलपति
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 25 मई, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित सिंदूर तिरंगा यात्रा में कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने नेतृत्व किया।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि काशी भारतीय संस्कृति और भारतीयता का मुख्य केंद्र है, जो राष्ट्र के लिए समर्पण की भावना को बढ़ावा देता है। विश्वविद्यालय के वेद भवन में एक वर्ष तक अनवरत चलने वाला महायज्ञ कराया गया, जिसका उद्देश्य राष्ट्र की शांति और मानवता की रक्षा करना था।
कुलपति ने कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा आम लोगों की निर्मम हत्या की कठोर निंदा की और शहीद भारतीय जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह अपरिपक्व और दूषित विचारधारा का परिचय है।
सिंदूर तिरंगा यात्रा के माध्यम से कुलपति ने कहा कि हम भारतीय सदैव एक हैं और राष्ट्र के प्रति समर्पण और बंधुत्व का संदेश दे रहे हैं। विश्वविद्यालय परिसर में तिरंगा लहराते हुए भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा, जो देशभक्ति और एकता का प्रतीक था।उस दौरान विश्वविद्यालय परिवार के क्रमशः सभी सदस्यों ने सहभाग कर राष्ट्र के गौरव एवं उत्थान मे सदैव समर्पण का शपथ लिया।