Kashi ka News. काशी में ब्रम्हलीन शंकराचार्य स्वरूपानंद जी का 101वां वर्धन्ति महामहोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
काशी में ब्रम्हलीन शंकराचार्य स्वरूपानंद जी का 101वां वर्धन्ति महामहोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। दिनांक 26 अगस्त, काशी में ब्रम्हलीन जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का 101वां वर्धन्ति महामहोत्सव काशी में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के आदेशानुसार सन्तों, भक्तों व काशीवासियों ने अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया। महोत्सव का प्रारंभ स्वस्तिवाचन व गणेश पूजन से हुआ। जिसके अनन्तर ब्रम्हलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के चरण पादुका का पूजन वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य किया गया। जिसके पश्चात वैदिक आचार्य क्रमशः दीपेश दुबे, विनय भूषण तिवारी, ओम प्रकाश पाण्डेय, करुणा शंकर मिश्र, भूपेंद्र मिश्र, शिवकांत मिश्र, धीरज तिवारी के आचार्यत्व में रुद्राभिषेक पूर्ण कर आरती व पुष्पांजलि अर्पित की गई। साथ ही चारो वेदों का पारायण भी किया गया। महोत्सव में यजमान की भूमिका का निर्वहन कृष्ण कुमार द्विवेदी ने किया। उक्त जानकारी देते हुए शंकराचार्य महाराज के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में दो बार जेल जाने वाले, अकेले अपने दम पर अंग्रेजों से पूरा गांव खाली करवाने वाले, राम जन्मभूमि व राम मंदिर का फैसला हिंदुओं के पक्ष में करवाने वाले, रामसेतु को टूटने से बचाने वाले, गंगा जी को राष्ट्रीय नदी घोषित करवाने वाले, पूरे धरती पर अकेले 74 चातुर्मास व्रत पूर्ण करने वाले, अनेकों चिकित्सालय, गौ सेवालय, वृद्धाश्रम, वेदविद्यालयों का निःशुल्क संचालन करवाने वाले, धर्म परिवर्तन कर चुके लाखों लोगों को वापस सनातनधर्म में लाने वाले व धर्म के क्षेत्र में अनेकों मील का पत्थर स्थापित करने वाले ब्रम्हलीन द्वयपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज का 101वां वर्धन्ति दिवस मुंबई ज्योतिष्पीठाधीश्वर महाराज के चातुर्मास स्थल, काशी, ज्योतिर्मठ, मध्य प्रदेश सहित देश विदेश में करोड़ो सन्त व भक्त अत्यंत श्रद्धापूर्वक बड़े हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं, और सनातनधर्मियों की आने वाली पीढियां भी कभी ब्रम्हलीन शंकराचार्य महाराज के ऋण से मुक्त नही हो सकेंगी। आज इस पावन अवसर पर श्रीविद्यामठ में दिन भर भजन कीर्तन के साथ महाभण्डारा भी चलेगा जिसमें हजारों भक्त भोजन, प्रसाद प्राप्त करेंगे।महामहोत्सव में प्रमुख रूप से सर्वश्री डॉ गिरीश चन्द्र तिवारी, गौरीकेदारेश्वर मंदिर के मुख्य अर्चक नारायण शास्त्री, डॉ गिरीश दत्त पाण्डेय, श्रीविद्या मठ के प्रबंधक दीपेंद्र सिंह, अनिल पाण्डेय, रमेश उपाध्याय, कीर्ति हजारी शुक्ला, अभय शंकर तिवारी, सतीश अग्रहरी, सावित्री पाण्डेय, लता पाण्डेय, किरण शाही, लीला तिवारी, रिंकी सिंह, सुनीता जायसवाल, हीरा सिंह राजपूत, घनश्याम पटेल, अमला यादव सहित जगदगुरुकुलम के वैदिक छात्र, सन्त व भक्त उपस्थित थे।