दिव्या दीदी से जुड़कर दिव्यता प्राप्त कर मिशन को आगे बढ़ाएंगे-भारत भूषण
ब्यूरो चीफ़ आनंद सिंह अन्ना
वाराणसी। मुंबई स्थित विश्व ध्यान दिवस 21 दिसंबर 2025 के आगामी आयोजन को लेकर ब्रह्मर्षि योगीराज भारत भूषण भारतेंदु महाराज, संस्थापक श्री हरि नारायण सेवा संस्थान, मुंबई-पालघर और ब्रह्मकुमारी ट्रांसपोर्ट विंग, बोरीवली (मुंबई) की प्रमुख बीके दिव्या दीदी के बीच एक विशेष विचार-विमर्श बैठक संपन्न हुई। बैठक में विश्व शांति, ध्यान संस्कृति के प्रसार, और “सेव सेल्फ, सेव नेशन” अभियान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए व्यापक रूपरेखा पर चर्चा की गई। योगीराज ने बताया कि ब्रह्मकुमारी संस्था आज विश्वभर में ध्यान, पवित्रता और शांति का जीवंत प्रतीक है। दिव्या दीदी से मिला, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं साधना की मूर्त रूप ‘दिव्यता’ से जुड़ रहा हूँ। यह अनुभव किया कि ध्यान केवल साधन नहीं, बल्कि सेवा और आत्म-परिवर्तन का मार्ग है। मैं संकल्प करता हूँ कि इस दिव्य मिशन को उनके साथ मिलकर भारत के साथ पूरे विश्व में आगे बढ़ाऊँगा। दिव्या दीदी ने बताया कि योगीराज भारत भूषण का दृष्टिकोण अद्भुत है। उन्होंने जिस तरह योग, संगीत और सेवा को एक साथ जोड़ा है, वह आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है। विश्व ध्यान दिवस पर हम मिलकर यह संदेश देना चाहते हैं कि जब मनुष्य स्वयं को साध लेता है तो समाज और राष्ट्र स्वतः सध जाते हैं। विश्व ध्यान दिवस 21 दिसंबर इस विशेष दिन मुंबई (मीरा भयंदर) में एक विशाल जन-जागरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें हजारों साधक और समाजसेवी भाग लेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य है “हर हाथ बांसुरी, हर सांस बांसुरी” यानी हर व्यक्ति की सांस से शांति का संगीत गूंजे। दोनों ही आध्यात्मिक हस्तियों का संयुक्त संदेश है कि“दुनिया में सबसे बड़ा युद्ध बाहरी नहीं, बल्कि भीतर का है। जब हम अपने मन को शांत कर साध लेते हैं, तो सारा संसार शांत हो जाता है। आइए, इस विश्व ध्यान दिवस पर हम सब एक साथ ध्यान मौन होकर विश्व शांति की लौ जलाएं। बैठक मे मुख्य रूप से बीके संगीता दीदी, बीके श्रेया दीदी, बीके विजय शंकर पाण्डेय आदि उपस्थित रहे। यह जानकारी योगीराज भारत भूषण द्वारा दी गई।
